@. फर्जी शिक्षक… ★. उत्तराखंड: फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी कर रहा सहायक अध्यापक बर्खास्त! ★. 23 साल तक फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी कर रहे थे गुरुजी रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”

668

@. फर्जी शिक्षक…

★. उत्तराखंड: फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी कर रहा सहायक अध्यापक बर्खास्त!

★. 23 साल तक फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी कर रहे थे गुरुजी

रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”

उत्तराखंड में फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर 23 सालों से नौकरी करने वाले टीचर को बर्खास्त किया गया है। मामला जिला उधमसिंह नगर के जसपुर का है। यहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय में सहायक टीचर के पद पर 23 सालों से फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी कर रहे टीचर को जिला शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक शिक्षा) ने बर्खास्त कर दिया है।

जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा हरेंद्र कुमार मिश्र ने अपने आदेश में कहा है कि हरगोविंद सिंह की सहायक अध्यापक राजकीय प्राथमिक स्कूल राम जीवनपुर में मृतक आश्रित श्रेणी के अंतर्गत नियुक्ति सितंबर साल 2000 में हुई थी। नियुक्ति पाने के लिए उन्होंने हाई स्कूल, इंटरमीडिएट तथा अदीव ए कामिल जामिया उर्दू अलीगढ़ के प्रमाण पत्र लगाए थे।

कार्यालय खंडाधिकारी अनुसंधान विभाग देहरादून ने 23 नवंबर 2017 में महानिदेशक विद्यालय शिक्षा देहरादून को अवगत कराया था कि उसने फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर शिक्षा विभाग में सहायक टीचर की नौकरी प्राप्त की है। इस पर प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने दूसरे पक्ष को भी सुनवाई का अवसर देते हुए कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। 30 नवंबर 2017 को आरोप पत्र जारी कर सहायक टीचर को निलंबित कर दिया गया।

जिला शिक्षा अधिकारी मिश्रा ने बताया है कि आरोपी सहायक टीचर को 30 जून 2020 को बर्खास्त कर दिया गया। इसके खिलाफ आरोपी शिक्षक न्यायालय चला गया। इस पर न्यायालय ने कहा कि उत्तराखंड सरकारी सेवक नियमावली के अनुसार बर्खास्तगी नहीं की गई है। जिस पर विभाग ने आरोपी सहायक टीचर को बहाल करते हुए उसके शैक्षिक अभिलेखों की पुनः जांच करने के आदेश उप शिक्षा अधिकारी को जांच दिए थे।

उप शिक्षा अधिकारी की जांच में माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा निर्गत हाईस्कूल, इंटरमीडिएट एवं उर्दू जामिया अलीगढ़ की ओर से निर्गत अदीव ए कामिल के प्रमाण पत्र कूटरचित पाए गए। इस आधार पर उत्तराखंड सरकारी सेवक नियमावली 2003 के अंतर्गत आरोपी सहायक टीचर को तत्काल प्रभाव से सेवा बर्खास्त कर दिया गया है।