@. तस्कर…
★. लकड़ी की तस्करी से ऐसो आराम की जिंदगी जीता था ये लकड़ी चोर…पुलिस मुठभेड़ में घायल
★. महंगे महंगे मोबाइल का शौकीन था लकड़ी चोर …
रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”
उधमसिंह नगर:
वनकर्मियों पर फायरिंग के मुख्य आरोपी संगत उर्फ संगी को पुलिस ने बुधवार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। जंगल से लकड़ी चोरी करने वाला संगत ऐश की जिंदगी जीता था। अमूमन बेसिक फोन का इस्तेमाल करने वाले तस्करों से इतर संगी को आईफोन चलाने का शौक है। उसके पास से आईफोन का प्रो मॉडल बरामद हुआ है। पुलिस ने कोर्ट में पेशी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस अब फरार सात तस्करों की तलाश कर रही है।बीते छह सितंबर को पीपलपड़ाव रेंज में वनकर्मियों पर फायरिंग कर घायल करने के मामले में पुलिस ने बाजपुर के हरिपुरा हरसान निवासी संगत उर्फ संगी, गुरमीत उर्फ गेजी, केलाखेड़ा के थापानगला निवासी कुलदीप, संदीप, केलाखेड़ा के ग्राम मड़ैया हट्टू निवासी सर्वजीत उर्फ सब्बी सहित अज्ञात पर केस दर्ज किया था। पुलिस ने नामजद तस्कर गुरमीत सिंह उर्फ गेजी, सर्वजीत सिंह उर्फ छब्बी और स्वर्ण सिंह को गिरफ्तार किया था लेकिन संगी सहित आठ अभियुक्त फरार चल रहे थे।बुधवार देर रात गदरपुर में हुई मुठभेड़ में संगी ने पुलिस पर दो फायर झोंके। जवाबी कार्रवाई में उसके बाएं पैर पर पुलिस की गोली लगी और वह घायल हो गया था। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। बृहस्पतिवार को गदरपुर पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। उसके पास से दो तमंचे, एक कारतूस, बाइक के साथ ही आईफोन मोबाइल बरामद हुआ है।
एसएसपी ने बताया कि फायरिंग करने के बाद संगी और उसके कुछ साथी पंजाब भाग गए थे। संगत लकड़ी चोरी करने के बाद मिले रुपयों से महंगे मोबाइल खरीदने सहित अन्य शौक पूरा करता था। इस मामले में हरमिंदर, करन सिंह, कुलदीप, छिंदर, हरजिंदर, सुरेंद्र, करन फरार चल रहे हैं। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
★. दूसरे अपराधों में भी शामिल रहा है संगत
एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि संगत और उसके साथी तराई के जंगलों से सागौन की लकड़ी चोरी कर तस्करी करते हैं। संगी लकड़ी चोरी के साथ ही दूसरे अपराधों में शामिल रहा है। उसके खिलाफ बलवा, जानलेवा हमले, चोरी, आर्म्स एक्ट के आठ केस गदरपुर, बाजपुर के थानों में दर्ज हैं। बुधवार की रात पुलिस पर हमला करने के मामले में उसके खिलाफ गदरपुर थाने में केस दर्ज किया गया है। उसके खिलाफ वन विभाग में 51 अभियोग दर्ज हैं।