@. हकीकत…
★. सरकार के दावे हैं खोखले कब सुधरेंगे हालात… धारी तहसील के बिरसिंग्या गांव में नहीं सड़क
★. बीमार महिला को पांच किमी डोली में लाए ग्रामीण
रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”
धारी /भीमताल:
विकास के दावों के बीच पहाड़ के कई गांव आज भी वाहन सुविधा से वंचित हैं। आश्वासनों में तो सड़क बन रही है, लेकिन हकीकत में डोली का सहारा लेना पड़ रहा है। धारी तहसील के बिरसिंग्या गांव का भी यही हाल है। गांव की एक महिला के बीमार पड़ने पर उसे ग्रामीण पांच किमी दूर सड़क तक डोली की मदद से लाए। लेकिन सरकार और विभाग ग्रामीणों की समस्या को हल नहीं कर पा रहे हैं। धारी तहसील की ग्राम पंचायत बिरसिंग्या में सोमवार को बीमार मधुली देवी (65 वर्ष) को ग्रामीण पांच किमी तक पैदल डोली के सहारे गांव के मुख्य सड़क तक लाए। जहां से महिला को निजी वाहन से नब्बे किमी दूर हल्द्वानी लाया गया।
युवा समाजसेवी दीपक सिंह मेवाड़ी सहित ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सड़क निर्माण की मांग करने के बाद भी सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा है। दीपक मेवाड़ी ने आरोप लगाया कि सड़क नहीं होने से पांच किमी पैदल चलकर मुख्य सड़क तक आना पड़ रहा है। और गांव में सड़क नहीं होने से युवा गांव से पलायन करने को मजबूर हैं। वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की मांग को लेकर कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिए गए। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर भीमताल विधानसभा के ग्रामीण शासन प्रशासन को कई बार ज्ञापन दिया गया। आश्वासन तो मिल रहे हैं, लेकिन सड़क नहीं बन रही है। बीमारों और बुजुर्गों को डोली पर लाने की मजबूरी बनी हुई है।महिला को सड़क तक लाने वालों में विद्यासागर, अनिल कुमार, दयाल, सुभाष चंद्र, शिवराज, खिमानन्द, देवेश, ललित टम्टा, प्रकाश चंद्र शामिल रहे।