@. बदहाल… ★. बीमार महिला को पीठ लादकर 5KM पैदल चले धारी के ग्रामीण ★. खतरनाक रास्‍ते को पार कर पहुंचाया पदमपुरी अस्पताल रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”

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@. बदहाल…

★. बीमार महिला को पीठ लादकर 5KM पैदल चले धारी के ग्रामीण

★. खतरनाक रास्‍ते को पार कर पहुंचाया पदमपुरी अस्पताल

रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”

धारी /भीमताल
विकासखंड धारी रामगढ़ ओखलकांडा के अधिकतर दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। वही बात करें तो धारी बिरसिग्यां गांव के लोग विकास से कोसों दूर हैं । आज भी यहां के लोगों को मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जीवन यापन करना पड़ता है. सबसे ज्यादा परेशानी तब होती जब गांव का कोई शख्स बीमार पड़ जाता है. गांव में स्वास्थ्य सुविधा न होने के कारण लोगों को मीलों का सफर पैदल तय करना पड़ता है. वहीं वर्षों से पैदल सफर करना ग्रामीणों की नियति बन गई है । धारी के ग्रामीणों ने कहा कि कई बार जनप्रतिनिधियों विधायक एवं सांसद सहित संबंधित विभाग को लिखित और मौखिक रूप से जानकारी दी गई, लेकिन स्थिति जस की तस है। बिरसिग्यां, दूनी, खपाल, सिलड़ा, ढूंग, पनाल, पतलीकोट भारुखान में सड़क नहीं होने से लोग परेशान हैं। जिससे ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

★. भीमताल विधानसभा के धारी ब्‍लाक की घटना

ऐसी स्थिति में बीते रोज शनिवार को नैनीताल जिले के धारी विकासखंड के दूरस्थ बिरसिग्यां गांव की बीमार महिला पूर्व प्रधान नंदी देवी को ग्रामीणों बारी बारी से पीठ में लादकर पांच किलोमीटर पैदल चलकर पदमपुरी के राजकीय संयुक्त चिकित्सालय अस्पताल पहुंचाया।

★. पीठ में लादकर पर पहुंचाया पदमपुरी अस्‍पताल

ऐसे में बीमार महिला नन्दी देवी को अतिरिक्त पांच किलोमीटर पैदल चलकर 20 किलोमीटर की दूरी पर धारी पदमपुरी अस्पताल पहुंचाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में नैनीताल के डीएम रहे सविन बंसल ने जनता दरबार में अधिकारियों को सड़क की समस्या का जल्द समाधान के निर्देश दिए गये थे। लेकिन उसके बाद कोई सुनवाई नहीं हो सकी। गांव से स्कूल जाने के लिए जंगल का रास्ता होने के चलते छात्राओं को कक्षा आठ के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। मरीजों व गर्भवती महिलाओं को ग्रामीण पीठ में लादकर कुर्सी और डोली में रखकर सड़क तक पहुंचाते हैं। कई मार्ग भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने के चलते ग्रामीणों को चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सामाजिक करता रमेश टम्टा का कहना है कि उनके गांव में सड़क की समस्या बनी हुई है. जिसको लेकर शासन-प्रशासन गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और सरकार विकास की बातें तो करते हैं, लेकिन विकास कोसों दूर है.उन्होंने कहा कि सड़क के अभाव में आज भी उन्हें मीलों की दूरी पैदल नापनी पड़ती है. यदि कोई व्यक्ति गांव में बीमार भी हो जाता है तो मुख्य समस्या हॉस्पिटल तक पहुंचाने की होती है । सड़क मार्ग तक पहुंचने में सामाजिक कार्यकर्ता प्रधान प्रतिनिधि धर्मपाल ,पूर्व प्रधान सुरेश चंद्र, विद्यासागर ,दयाल राम ,सुभाष चंद्र, हरीश चन्द्र,हेम बेलवाल ,बसंत बल्लभ, प्रकाश चंद्र सहित अन्य लोगों ने पीड़ित महिला को पीठ लादकर सड़क मार्ग तक पहुंचा ।