@ कुमाऊं विश्व विद्यालय के विजिटिंग प्रो.रूप लाल ने आज डीएसबी परिसर के ओल्ड आर्ट्स सभागार में व्याख्यान दिया…
★प्रो.रूप लाल कम्युनिकेशन हमारे दैनिक जीवन का अंग….
★रिपोर्ट- (सुनील भारती) “स्टार खबर ” नैनीताल….
नैनीताल- कुमाऊं विश्व विद्यालय के विजिटिंग प्रोफेसर तथा फेलो ऑफ नेशनल एकेडमी एफएनए प्रो. रूप लाल दिल्ली विश्वविद्यालय ने आज डीएसबी परिसर के ओल्ड आर्ट्स सभागार में व्याख्यान दिया । प्रो. रूप लाल ने अपने व्याख्यान में कहा की कम्युनिकेशन एक कला है जिसे हर व्यक्ति को आना चाहिए । कम्युनिकेशन हमारे दैनिक जीवन का अंग है । सबके मां बाप चाहते है की उनका बच्चे आगे बड़े इसलिए अपनी गलती को पहचानना , भासा ,टेकनीक का सही इस्तेमाल करें । उन्होंने कहा की बायोलॉजिस्ट बनना है तो कंप्यूटेशनल ज्ञान जरूरी है,जब हम एक बार सास लेते है तो 3 मिलियन माइक्रोब्स शूक्ष्म जीव का आदान प्रदान होता है ।मानव शरीर में माइक्रोब्स का वजन डेढ़ किलो होता है,हाथ मिलाने पर 7 मिलियन माइक्रोब्स का आदान प्रदान होता है ।प्रकृति में पौधो का जैविक भार सबसे ज्यादा ,माइक्रोब्स का 16.9 प्रतिशत,एनिमल का .003 तथा मानव का .0001 प्रतिशत होता है,ये बैक्टीरिया , कवक , शैवाल ,प्रोटोजिया,वायरस है । 1400 माइक्रोब्स ग्लोब में हानिकारक है तो 1 ट्रिलियन माइक्रोब्स इंसान के मददगार भी है । मानव को बीमार करने के लिए 70 बिलियन बैक्टीरिया की जरूरत होती है । कोबिड 19 से 2 बिलियन लोग प्रभावित हुए। माइक्रोब्स 25 प्रतिशत नाइट्रोजन ,66प्रतिसत कार्बन डाई ऑक्साइड को फिक्स करते है तो 50 प्रतिशत ऑक्सीजन भी देते है ।डेयरी ,अल्कोहल, ,ब्रेड ,ऑर्गेनिक अम्ल एंजाइम्स ,स्टेरॉइड्स,सीवेज ट्रीटमेंट, मिट्टी की उर्वरकता, दही ,फर्मेंटेशन ,विटामिन, ये माइक्रोब्स ही देते है ।उन्होंने कहा खाने को दवा के रूप में इस्तेमाल कर न की दवा को खाने के रूप में। बेहतर जीवन के लिए जीवन दिनचर्या , खाना , योगा,कम मोटापा पर विशेष ध्यान दें। इस दौरान कार्यक्रम का संचालन निदेशक विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय प्रो. ललित तिवारी ने किया । डीन साइंस प्रो. चित्रा पांडे , डीएस डबलू प्रो. संजय पंत ने प्रो. रूप लाल का स्वागत किया। संयोजक विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश बिष्ट नए प्रो. रूप लाल का जीवन वृत्त प्रस्तुत करते हुए उनको व्याख्यान हेतु आमंत्रित किया,और शॉल उड़ाकर पुष्प गुच भेट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ,डॉक्टर मनोज आर्य ,डॉक्टर दीपक कुमार ,डॉक्टर दीपिका गोस्वामी ,डॉक्टर हिमांशु लोहनी,प्रो. नीलू लोधियाल ,प्रो. सुषमा टम्टा , डॉक्टर नवीन पांडे ,डॉक्टर हर्ष चौहान ,डॉक्टर प्रभा ,नगमा ,उजमा ,सीता, नेत्रपाल शर्मा , संदीप मैंडोली गीतांजलि , वसुंधरा ,कुंजिका ,स्वाति , सहित शोधार्थी ,प्रांजलि ,आस्था ,जंतु विज्ञान ,वनस्पति विज्ञान , रसायन के 94 शिक्षक ,शोधार्थी ,विद्यार्थी उपस्थित रहे।