नैनीताल सीएमओ कार्यालय की प्रधान सहायक ने बीडी पांडे अस्पताल के डाक्टरों व व्यवस्थाओं पर खड़े किए सवाल

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@ नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल
में अव्यवस्थाओं से परेशान लोग..

 

★नैनीताल सीएमओ कार्यालय की प्रधान सहायक ने बीडी पांडे अस्पताल के डाक्टरों व व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए …..

★अव्यवस्थाओं को लेकर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए….

 

★रिपोर्ट ( सुनील भारती ) स्टार खबर नैनीताल…

 

बीते दिनों अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए व्यवस्थाओं में सुधार लाने के निर्देश दिए थे। लेकिन उसके बाद भी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ईधर सीएमओ कार्यालय की प्रधान सहायक ने ही बीडी पांडे अस्पताल के डाक्टरों व व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सीमएओ कार्यालय की प्रधान सहायक दीपा जोशी ने अस्पताल के शिकायती पुस्तिका में पीएमएस से शिकायत करते हुए कहा है कि वह रविवार को उनकी 72 वर्षीय माता की तबीयत बिगड़ गई। वह सुबह 11 बजे उनको लेकर बीडी पांडे अस्पताल ले आई। आपातकालीन कक्ष में महिला डाक्टर को दिखाया लेकिन उन्होंने पर्चा काट दिया। जिसके बाद पीएमएस से सहायता मांगी गई। जिस पर उन्होंने आपातकालीन कक्ष में तैनात डाक्टर से बीपी की जांच करने को कहा। लेकिन डॉक्टर ने सफाई का बहाना बनाकर बीपी की जांच करने से मना कर दिया। मरीज व्हीलचेयर में होने के कारण जब उन्होंने डाक्टर से एक सहायक को बुलाने की मांग की तो डाक्टर ने सहायक के किसी अन्य कार्य मे बिजी होने की बात कही। जिसके चलते 15 मिनट तक वह बीमार मां को व्हीलचेयर पर लेकर खड़ी रही। जब उन्होंने सीएमओ को फोन कर अपनी परेशानी बताई तो उसके बाद मेट्रन व एक होमगार्ड ने आकर उनकी माता को भर्ती कर उनका ईसीजी व अन्य जांच कराई। साथ ही 12 बजे से एक ड्रिप लगा दी गई। शाम को छह बजे उनकी माता की तबीयत और बिगड़ी गई जब पूछताछ की गई तो पता चला कि उनकी माता जी की अपडेट डाक्टर को दी जा रही है। डाक्टर राउंड के दौरान उनको देखेंगे। लेकिन रात ग्यारह बजे तक कोई डाक्टर नहीं आया। रात को उनकी माता को दूसरे वार्ड में सिफ्ट कर आक्सीजन लगाया गया। जिसके बाद उनकी माता के स्वास्थ्य में कुछ सुधार आया। उन्होंने पीएमएस से शिकायत करते हुए कहा है कि जब स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के साथ ही अस्पताल का स्टाफ ऐसा व्यवहार हो रहा है तो अस्पताल में आने वाले गरीब सामान्य मरीजों के साथ कैसा व्यवहार होता होगा। उन्होंने स्टाफ के ऐसे व्यवहार पर कार्रवाई करने की मांग की है। मामले में पीएमएस डॉ.एलएमएस रावत ने बताया ‌कि उनको शिकायत मिली है। सुबह डाक्टर ने बीमार की जांच कर उनको हायर सेंटर रैफर कर दिया है।