@ डॉक्टर प्रदीप मेहता का कैरियर ऑपर्च्युनिटीज इन डेवलपमेंटल सेक्टर विषय पर व्याख्यान…..
★डॉ. मेहता ई कोर्सेज से अपना सीवी बेहतर कर सकते है तथा इंटर्नशिप करके अपना अनुभव बढ़ा सकते हैं…
★रिपोर्ट- (सुनील भारती ) “स्टार खबर” नैनीताल
कुमाऊं विश्वविद्यालय के इनोवेशन एवम इनक्यूबेशन सेल तथा सेंट्रल हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ नेचर एंड अप्लाइड रिसर्च (चिनार) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में यूएनडीपी (यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम) के उत्तराखंड स्टेट मुख्या डॉक्टर प्रदीप मेहता ने कैरियर ऑपर्च्युनिटीज इन डेवलपमेंटल सेक्टर विषय पर व्याख्यान दिया ।कुमाऊं विश्वविद्यालय के फॉरेस्ट्री विभाग से पीएचडी करे डॉ मेहता ने कहा की विकास के क्षेत्र में काफी संभावना हैं जिसके लिए अपने कौशल को बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए डिग्री कोर्सेज के साथ ऑनलाइन कोर्स देखे तथा ई कोर्सेज से अपना सीवी बेहतर कर सकते है तथा इंटर्नशिप करके अपना अनुभव बढ़ा सकते हैं।
जलवायु सहित वानिकी ,कृषि जेंडर बहुत प्रॉमिसिंग विषय है जहां रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा की तकनीकी एक्सपर्ट होना जरूरी है अपनी ज्ञान की कैपेसिटी को अनुभव के साथ बड़ाना है जिससे हमारा कम्युनिकेशन बेहतर हो सके । प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, क्षमता विकास, कम्युनिकेशन, मॉनिटरिंग इवेल्यूएशन, पॉलिसी, एम7 आई एस, वेब डिजाइन ,प्रपोजल राइटिंग , फाइनेंस बेहतर अवसर है और हर आर्गेनाइजेशन को।एक्सपर्ट्स की जरूरत रहती है।
उन्होंने बताया कि शोध संस्थान , एन जी ओ, ट्रस्ट , फाउंडेशन, सरकारी प्रोजेक्ट ,कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबल नए अवसर है । उन्होंने बताया की भारत में 25 यू एन एजेंसी है जो जॉब के मौके देती है। इसके अलावा बिग फोर , बिलैटरल कोऑपरेशन जैसे एसडीसी , जी ई जेड भी शामिल है । आप जिसमें सेटिस्फाई है उसी क्षेत्र में काम करे जिससे हजारों लोग लाभान्वित हो सके ।
उन्होंने एडवांस कोर्स करने की सलाह दी जिससे नौकरी की संभावना बढ़ सकें। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में कई संस्थान है जो एडवांस काम करा रहे है जिनमें जीबीपीएनआई,डबल्यू आई आई, जीआईएस, यू एस ए सी,जीबीपी यूए टी यू शामिल है जहां छात्र कोर्सेज कर सकते हैं।
मास्टर्स इन सोशल वर्क ,आईयूसीएन कमिशन ,लिंकडेन ,ऑनलाइन कोर्स सहायता कर सकते है । उन्होंने छात्रों को सलाह दी की आपका लर्निंग एवम कम्युनिकेशन स्किल बेहतर होना चाहिए। उन्होंने कम्युनिकेशन स्किल्स बेहतर करने के लिए ब्लॉग, आर्टिकल, पेपर लिखने वो, वीडियो बनाने पर ध्यान देने की सलाह दी। वर्ल्ड बैंक ,यूएनडीपी , यून ई पी, सहित भारत में कई एजेंसी है जो नौकरी देती है। उन्होंने कई ऑनलाइन जॉब पोर्टल भी बताए जिसमें www.devnetjobsindia.org और www.in.undp.org मुख्य थे। उन्होंने कहा की पीएचडी तथा डिसर्टेशन के टॉपिक वर्तमान समस्याओं के निदान पर लिए जाने चाहिए जिससे छात्रों को बाद में लाभ हो। अपनी असफलताओं से सीखना चाहिए,उन्होंने कहा की हरिवंश राय बच्चन ने कहा था कि मन का हो तो अच्छा है , मन का ना हो तो और अच्छा है । इसलिए अपने इंट्रेस्ट को अपना कैरियर बनाए और भ्रमित न हो प्राथमिकता पर काम करें हमेशा सीखना के गुणों को और विकसित करें।
उन्होंने छात्रों के द्वारा किये सवालों केभी जवाब दिए।
कार्यक्रम में आईआईसी सेल निदेशक प्रो.आशीष तिवारी ने सभी का स्वागत किया तथा सेल की गतिविधियों की जानकारी दी ।निदेशक विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय प्रो. ललित तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुई डॉ प्रदीप मेहता का परिचय दिया । उप निदेशक डॉक्टर पैनी जोशी ने सभी का धन्यवाद दिया । कार्यक्रम में डॉक्टर दीपक खोलिया ,प्रो. गीता तिवारी ,ज्योति कांडपाल ,डॉक्टर ईरा तिवारी ,डॉक्टर हरिप्रिया पाठक ,डॉक्टर लज्जा भट्ट ,डॉक्टर इकराम जीत सिंह डॉक्टर अंचल अनेजा ,डॉक्टर प्राची जोशी, डॉक्टर श्रुति साह,गीता शर्मा , लक्षिता तिवारी अनस,गरिमा ,डॉक्टर बिजेंद्र ,तनुश्री ,योगिता ,राजीव पंत,लिपि गरिया,रिया चौधरी सहित 59 प्रतिभागी शामिल रहे । चिनार की तरफ से गीता शर्मा ने इस कार्यक्रम का कोऑर्डिनेशन किया।