@सम्मान…
★उत्तराखंड की शान स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज दीपाली थापा का सम्मान समारोह….
★जिलाधिकारी वंदना सिंह ने दीपाली थापा का फूलमाला पहना कर स्वागत किया…
★रिपोर्ट- (सुनील भारती ) “स्टार खबर” नैनीताल…
नैनीताल/ नैनीताल की मुक्केबाज दीपाली थापा एशियन मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर नैनीताल में विभिन्न संगठनों द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने नगर में रैली के माध्यम से दीपाली थापा का स्वागत किया। तत्पश्चात डीएसए मैदान में सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इससे पहले भी मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी दीपाली थापा को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। वहीं मल्लीताल डीएसए मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी वंदना सिंह ने दीपाली थापा का फूलमाला पहना कर स्वागत किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
उन्होंने बताया कि बच्चों को खेल गतिविधियों से जोड़ने के लिए परिजनों को भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है, साथ ही खेल गतिविधियों के लिए बच्चों को प्रेरित करना जरुरी है। उन्होंने कहा डी एस ए मैदान में अन्य खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए संसाधन विकसित किए जा रहे हैं और बॉक्सिंग रिंग के लिए भी प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है। दीपाली थापा पुत्री रणजीत सिंह थापा, माता आशा थापा छोटा भाई रणवीर सिंह थापा निवासी ब्रे हाउस कम्पाउन्ड ,स्नो व्यू नैनीताल की रहने वाली है दीपाली थापा का जन्म 3 दिसंबर 2011 को नैनीताल में हुआ। दीपाली की प्रारंभिक शिक्षा मोहन लाल साह बाल विद्या मंदिर नैनीताल में हुई। दीपाली ने मुक्केबाजी की शुरुआत कक्षा 3 में पढ़ते हुए 19 नवम्बर 2020 से कोरोना काल के दौरान गुरू मुखर्जी निर्वाण द्वारा संचालित एन सी एस मुक्केबाजी अकादमी स्नो व्यू से की। दीपाली के पिता ने व्यायाम शिक्षक (बी पी एड) का कोर्स 2007 में अमरावती यूनिवर्सिटी महाराष्ट्र से किया है। दीपाली की मुक्केबाजी के प्रति लगन को देखते हुए उसके पिता ने भी मुखर्जी गुरु जी से मुक्केबाजी सीखी तथा दीपाली को मुक्केबाज़ी सीखने में सहयोग किया।
गुरू के अलावा अजय कुमार, चयनिका साह तथा अमित बिष्ट भी दीपाली के मुक्केबाजी कोच रहे तथा दीपाली को मुक्केबाज़ी में आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। दीपाली शुरुआत में हल्द्वानी, भीमताल, बेतालघाट आदि जगह मुक्केबाज़ी प्रतियोगिता देखने गई लेकिन प्रतियोगिता में भाग नहीं लिया क्योंकि दीपाली की उम्र प्रतियोगिता के लिए उस समय बहुत कम थी। दीपाली को पहली बार 2023 में खेल महाकुंभ में मुक्केबाज़ी खेलने का मौका मिला, जिला लेवल पर हल्द्वानी में दीपाली मुक्केबाज़ी में जीत हासिल की लेकिन खेल महाकुंभ राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में दीपाली बगैर कोई मेडल लिए हार गई। हारने के बाद दीपाली और उसके पिता को एहसास हुआ कि केवल एक समय मुक्केबाजी का अभ्यास करने से कुछ होने वाला नहीं है,लिहाजा उन्होंने इसके बाद सुबह 2 घंटे दीपाली को उसके पिता ने मुक्केबाजी का अभ्यास कराया और शाम को 2 घंटे एन सी एस मुक्केबाज अकादमी के कोच तथा मुक्केबाजों के साथ दीपाली ने मुक्केबाजी अभ्यास किया।दीपाली को फरवरी 2024 में 12 वर्ष पूर्ण होने पर उत्तराखंड राज्य स्तरीय सब जूनियर मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें दीपाली ने विजय हासिल की। मार्च 2024 में नोएडा उत्तर प्रदेश में आयोजित राष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भाग लिया और स्वर्ण पदक जीता इसके बाद उनको भारतीय राष्ट्रीय मुक्केबाजी कैम्प के लिए चुना गया और इसके बाद दीपाली थापा का आर्मी खेल संस्था पुणे महाराष्ट्र में मुक्केबाजी ट्राइल, शारीरिक परीक्षा, मैडिकल हुआ और उसका चयन कक्षा 7 के लिए हो गया। यहीं से दीपाली ने 15-15 दिनों के लिए जुलाई तथा अगस्त माह 2024 में बिलारी कर्नाटक में आयोजित राष्ट्रीय मुक्केबाजी कैम्प में भाग लिया और यहीं से दुबई (अबू धाबी ) में आयोजित सब जुनियर एशियन मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भाग लिया तथा स्वर्ण पदक हासिल किया। दीपाली वर्तमान में आर्मी खेल संस्था पुणे महाराष्ट्र में मुक्केबाजी सीखने के साथ- साथ कक्षा 7 में अध्ययनरत हैं। उनका का छोटा भाई रणवीर सिंह थापा नैनीताल के सैट जोज़फ कालेज में कक्षा 3 में अध्ययनरत है, माता ग्रहणी तथा पिता नैनीताल वन प्रभाग नैनीताल में वन दरोगा के पद पर कार्यरत हैं। वर्तमान में दीपाली की शिक्षा आर्मी शैक्षणिक संस्थान पूणे में चल रही है।
इस दौरान दीपाली की बड़ी बहन कमला थापा, माता आशा थापा, पिता रणजीत थापा,पद्म श्री अनूप शाह, डीएसए महासचिव अनिल गडिया, मुखर्जी निर्वाण, एसडीएम प्रमोद कुमार, नवीन टम्टा
गोपाल खोलिया, पूरन मेहरा, दीपक बरगली,
गोपाल रावत, अजय कुमार,संजय अधिकारी, विनोद बहुगुणा, श्याम नारायण, दिग्विजय सिंह बिष्ट,वेद साह, दिनेश चंद्र, मनोज चनियाल, पुष्पा कार्की, गणेश नेगी,
आदि मौजूद रहे।