@फायर सीजन शुरू होते ही अलर्ट मोड पर वन विभाग… ★जंगलों को आग से बचाने के लिए सबसे एडवांस फॉरेस्ट फायर एप्लीकेशन इस्तेमाल किया जायेगा. रिपोर्ट- (सुनील भारती ) “स्टार खबर ” नैनीताल..

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@फायर सीजन शुरू होते ही अलर्ट मोड पर वन विभाग…

★जंगलों को आग से बचाने के लिए सबसे एडवांस फॉरेस्ट फायर एप्लीकेशन इस्तेमाल किया जायेगा.

रिपोर्ट- (सुनील भारती ) “स्टार खबर ” नैनीताल..

नैनीताल। फायर सीजन शुरू होते वन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। संवेदनशील क्षेत्रों में आग से बचाने के लिए चंद्रशेखर जोशी (डी एफ ओ) ने आज पत्रकार वार्ता के दौरान बताया 15 फरवरी से शुरू फायर सीजन जून तक चलेगा जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को फायर सीजन के दौरान अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा की जंगलों को बचाने के लिए अब एडवांस फॉरेस्ट फायर एप्लीकेशन इस्तेमाल किया जायेगा।
फॉरेस्ट फायर एप वनाग्नि नियंत्रण के लिए एक उपयोगी एप है ।
उत्तराखंड के जंगलों में लगने वाली आग हर साल चिंता का विषय रही है, जिसको लेकर वन विभाग और सरकार हमेशा चिंतित रहते है जिसके बाद भी जंगलों में आग पर काबू पाना वन विभाग के लिए चुनौती से कम नही होता है ।

इस एप्लीकेशन से जंगलो में लगने वाली आग पर नजर रखी जा सकेगी।इस एप से मिली जानकारी के बाद संबंधित रेंज के अधिकारी और कर्मचारी तक तत्काल मौके पर पहुंच सकेंगे और साथ ही
कर्मचारियों की लोकेशन व आग लगने वाले वन क्षेत्र का भी पता चल सकेगा।
इस एप के जरिए से यह भी पता चल सकेगा कि आग किस वन क्षेत्र के आसपास लगी है।
उन्होंने कहा इस एप से 6000 लोगों को अभी तक इसमें जोड़ा गया है जिसमे ग्रामीणों के साथ साथ कई अधिकारियों को भी जोड़ा गया है । जन सहभागिता के तहत जंगलों में लगने वाली आज को लेकर ग्रामीणों से बात की गई है जिसमें 30 गांव को भी जोड़ा गया है, जिसमे किसानों ने कटी फसलों के बाद बची भूसी को 31 मार्च के बाद नही जलाने की बात कही,और वनों में आड़ा आग को रोक जा सकेगा। वन पंचायत क्षेत्र में लगने वाली आग से बचाव के लिए वन विभाग द्वारा 30 हजार रुपये ग्राम पंचायत को दिया जायेगा जो फायर सीजन के 3 माह के लिए है ग्राम पंचायत अपने क्षेत्र में फायर वॉचर रख कर आग को कन्ट्रोल करने का काम करेंगे। वहीं रिजर्व क्षेत्र में लगने वाली आग को ध्यान में रखते हुए इन क्षेत्रों में साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं जिसमें बिना वजह इन क्षेत्रों में घूमने वाले संदिग्ध व्यक्ति के दिखाई देने पर उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी, और साथी ही आग लगाने वालों की सूचना देने वाले को विभाग द्वारा उसे 20 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।

नैनीताल का वन क्षेत्रफल 60 हजार हेक्टर है ,जिसमे डिवीजन में 270,जिले में 1500, और पूरे उत्तराखंड में 4500 हजार फायर वॉचर को रखा गया है,और साथ ही 248 ग्राम स्तरीय वन अग्नि सुरक्षा समिति का गठन किया गया है, जिसमें वन विभाग , पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान, ग्रामीण महिलाएं, हे उनका लगातार ट्रेनिंग दी जा रही है। साढ़े चार सौ किलोमीटर की फायर लाइन में से 250 किलोमीटर की फायर लाइन में आने वाले दस हजार पेड़ो को चिन्हित कर वन निगम को आवंटित कर दिया गया है।