@. तबाही… ★. तेज अंधड़ एवं ओलावृष्टि से फलदार पेड़ों को नुकसान ★. थराली में तेज आंधी-तूफान और बारिश ने मचाई तबाही, कई वाहन मलबे में दबे रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) स्टार खबर

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भीमताल मुक्तेश्वर:

ओखलकांडा में बुधवार को ओलावृष्टि और हल्की-हल्की बारिश हुई जिससे मौसम ठंडा हो गया। बुधवार शाम को हुई ओलावृष्टि और तेज हवाओं से फलदार पेड़ों और फसलों को नुकसान पहुंचा है। इन दिनों आम के पेड़ों पर बौंर तथा आडू, पुलम, माल्टा नींबू तथा संतरे के पेड़ों पर फ्लावरिंग हो रही है लेकिन ओलावृष्टि तेज अंधड़ से इन्हें नुकसान पहुंचा है। वहीं अन्य जगहों में रुक-रुक कर बारिश होती रही। वहीं बेमौसमी बारिश के कारण लोग परेशान हैं। किसानों का कहना है कि फसल पकने के लिए अब गर्मी की जरूरत है लेकिन अप्रैल माह में जिस प्रकार तेज हवाएं और बारिश हो रही है उससे फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि पेड़ों पर आजकल फूल आ रहे हैं लेकिन बेमौसमी बारिश से फूल गिर रहे हैं।

थराली में भारी बारिश से आया मलबा…सड़कें अवरुद्ध,
वाहन दबे…

थराली: बुधवार शाम लगभग 4:30 बजे हुई मूसलधार बारिश के कारण नगर पंचायत थराली में कई स्थानों पर मलबा आ गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। विशेष रूप से सरस्वती शिशु मंदिर थराली के समीप बेरकांडे (सिपाही गधेरे) में मलबे की चपेट में आकर दो वाहन, एक स्कोर्पियो और एक अल्टो गाड़ी दब गए। इस आपदा के कारण देवराड़ा गधेरा, भेंटा छा भयो गधेरा, केदारबगड़ गधेरा और बुसेड़ी गधेरा भी उफान पर थे, जिनमें मलबा आने से स्थिति और भी गंभीर हो गई। कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवराड़ा गधेरा में मलबा आने से नासिर बाजार के पास सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई। प्रशासन के निर्देश पर बीआरओ की टीम मौके पर पहुंची और राजमार्ग को खोलने में जुटी है। थराली-देवाल मोटर मार्ग के जल्द खुलने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन स्थिति सामान्य होने में कुछ समय लग सकता है। अच्छी खबर यह है कि अब तक किसी प्रकार के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने का कार्य कर रही हैं और प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य जारी है।