@ वाह रे शिक्षा विभाग… प्रशासनिक अधिकारी साल दर साल अपना एरियर पे बढ़ता रहा , विभाग हुआ बेखबर….
★. जीआईसी पदमपुरी के प्रधानाचार्य ने पकड़ा मामला….
★. 15 से 20 लाख का घोटाला कर चुका है यह अधिकारी – सूत्र…..
★रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”…..
पदमपुरी नैनीताल
गड़बड़झाला के लिए एक बार फिर शिक्षा भवन सुर्खियों में है। इस बार भी वेतन से संबंधित जुड़ा मामला है। सूत्रों की माने तो 15 से 20 लाख का गड़बड़झाला बताया जा रहा है । आपको बता दें कि नैनीताल जिले में शिक्षा विभाग में कार्यरत एक प्रशासनिक अधिकारी बीते कई साल से अपना वेतन हर माह बढ़ता रहा है । पर विभाग को इस घपले की कानों कान भनक तक नहीं लगी वही एक प्रधानाचार्य ने यह मामला पकड़ा तो तब जाकर विभाग जांच करने लगा ।खास बात यह रही यह अधिकारी बेसिक शिक्षा से इस घपले को अंजाम देता आ रहा है। सूत्रों की माने तो विभाग इस मामले को रफा दफा करने में भी जुटा है बता जा रहा है कि अभी तक इस अधिकारी पर कोई कारवाई नहीं हुई है । जिले के संत सोमवारी जीआईसी पदमपुरी के पूर्व प्रधानाचार्य बलवंत सिंह मनराल मामले को पकड़ा मनराल ने स्टार खबर से बात करते हुए बताया कि पदमपुरी इंटर कालेज में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर विजय जोशी जुलाई 2022 में आया था । उसने एरियर पे से हर महीने अपना वेतन बढ़ाने का काम शुरु कर दिया । मनराल ने बताया उन्हें इसकी भनक इसी साल फरवरी लगी । उन्होंने जोशी से लिखित में तीन बार स्पष्टीकरण मांगा वही उसका वेतन रोकने की निर्देश दिए उससे लिखित में माफ़ीनामा मैं बकाया भुगतान जमा करने की बात कबूली ।
प्रधानचार्य ने इस घपले की जानकारी BEO कार्यालय को दी । खंड शिक्षा अधिकारी अंशुल जोशी को भी एरियर पे भुगतान में घपला लगा है। उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर मामले की जांच करने की मांग की । जिले की तरफ से एक टीम गठित कर वित्तीय अधिकारी के नेतृत्व में जांच शुरू कर दी गई है । बताया जा रहा है कि विजय जोशी सबसे पहले बेसिक शिक्षा नैनीताल में कार्यरत था ।जहां उसने 2007-8 में कार्य किया उसका स्थानांतरण धारी विकासखंड की चोरलेख हुआ उसके बाद राजकीय कॉलेज नथुवाखान से के बाद जीआईसी पदमपुरी में यह मामला पकड़े जाने पर उसमें अपना अल्मोड़ा जिला में पारंपरिक स्थानांतरण लिया । तब से वह अल्मोड़ा में कार्यरत है खास बात यह है कि अभी तक शिक्षा विभाग उसके खिलाफ कोई कारवाई नहीं नहीं कर पाया है । विभाग का मानना है कि मामले की तह जाया जाए कि आखिर कितना घोटाला हुआ है । वहीं सूत्रों के हवाले से पता चला है कि 15 से 20 लाख का घोटाला यह अधिकारी कर चुका है ।
“बलवंत सिंह मनराल” (पूर्व प्रधानाचार्य पदमपुरी) नैनीताल
★. सबसे पहले यह घपला मैंने पकड़ा प्रशासनिक अधिकारी जोशी को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा उसने माफीनामा मांगा घपले के पैसे भरने की बात कही वही उसका वेतन रोका गया जांच के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा ।
“अंशुल जोशी” – (खंड शिक्षा अधिकारी धारी) “नैनीताल”
★. पदमपुरी के प्रधानाचार्य के पत्र के अनुसार जांच की गई जिसमें प्रथम दृश्य एरियर पर से वेतन बढ़ाने जाना लग रहा है उच्च अधिकारी को पत्र के माध्यम से सक्षम वित्त अधिकारी से जांच करने की मांग की गई वर्तमान में वित्तीय अधिकारी नैनीताल के नेतृत्व में जांच चल रही है जहां से तस्वीर साफ होगी कि आखिर कितना घपला हुआ है।