बड़ी खबर साँप से कटवा कर ली प्रेमी की जान

112

@बड़ी खबर साँप से कटवा कर ली प्रेमी की जान…..

 

★हल्द्वानी के व्यापारी की हत्या पर पुलिस का बड़ा खुलासा…..

 

★रिपोर्ट स्टार खबर हल्द्वानी….

 

15 जुलाई को तीनपानी गोलापास रोड़ पर एक कार व्यापारी की लाश मिली थी। जिसकी शिनाख्त अंकित चौहान पुत्र धर्मपाल चौहान निवासी रामबाग कालोनी रामपुर रोड़ हल्द्वानी के रुप में हुई।
17 जुलाई को वादिनी ईशा चौहान की तहरीर के आधार पर कोतवाली हल्द्वानी पर मुकदमा अपराध संख्या 369/23धारा 302 भादवी पंजीकृत कर विवेचना प्रभारी निरीक्षक हरेंद्र चौधरी के सुपुर्द की गई। मृतक अंकित की पोस्टमार्टम पंचायतनामा की कार्यवाही में बारीकी से निरीक्षण करने पर पाया गया कि उसके दोनों पैरों के पिछले हिस्से में दो बार सांप के काटने के निशान थे। मृत्यु का कारण संदेहास्पद प्रतीत होने पर पंकज भट्ट एसएसपी नैनीताल द्वारा तत्काल अधीनस्थों के साथ मीटिंग कर घटना के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा करते हुए एवं पोस्टमार्टमकर्ता चिकित्सकों से मृत्यु के कारणों के सम्बन्ध में जानकारी करने के उपरान्त घटना के समस्त पहलुओं की गहनता से जाँच करने हेतु अधीनस्थों को निर्देश दिये गये। गठित पुलिस टीमों द्वारा घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरो का गहनता से अवलोकन किया गया। मोबाइल सर्विलांस टीम द्वारा मृतक के कॉल डिटेल की संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर मृत्यु से पूर्व अंकित के सम्पर्क में आये व्यक्तियो का डाटा तैयार किया गया। यह तथ्य संज्ञान में आये कि मृतक का किसी महिला के साथ सम्बन्ध था एंव उक्त महिला एंव उसके साथी अंकित को काफी समय से ब्लैकमेल कर रहे थे। इसी तथ्य पर जाँच को केन्द्रित करते हुए समस्त टीमों द्वारा जाँच की गयी तो यह तथ्य संज्ञान में आये कि मृतक अंकित चौहान का माही नाम की एक महिला के साथ मित्रता थी एंव घटना की तिथि में अंतिम समय वह माही के घर के लिए निकला था एंव अगले दिन उसका शव कार से बरामद हुआ। अंकित एँव माही तथा अन्य संदिग्धों की कॉल डिटेल का अवलोकन करने पर कुछ संदिग्ध नम्बरों की डिटेल निकालकर उनकी तलाश जारी रखी गयी तो इसी क्रम में घटना कि तिथि को लगातार माही के सम्पर्क में रहे एक संदिग्ध नम्बर जो कि रमेश नाथ के नाम से था जिसके सम्बन्ध में जानकारी करने पर यह ज्ञात हुआ कि उक्त व्यक्ति हल्द्वानी में किराये पर रहता था जो कि सपेरा है एंव साँप पकड़ने का कार्य करता है। शक होने पर पुलिस ने 18 जुलाई को उक्त व्यक्ति को हल्द्वानी से पकड़ा एंव सख्ती से पूछताछ की गयी तो उसके द्वारा हत्या की साजिश का निम्न प्रकार खुलासा किया गया।
हत्या का विवरण *
अभियुक्त रमेश नाथ ने बताया कि वह हल्द्वानी में मानपुर पश्चिम में निवास करता है एंव घर-घर जाकर माँगने खाने एंव साँप पकड़ने का कार्य करता है। लगभग 7-8 माह पूर्व हल्द्वानी के एक व्यक्ति द्वारा मुझे माही से मिलवाया गया था एंव मुझे यह कहा था कि इस पर कालसर्प योग है तो पूजा हेतु एक नाग आपको पकड़कर लाना है। इसके कुछ समय बाद मेरा माही के घर आना जाना हो गया था। माही के घर पर ही अक्सर अंकित चौहान, दीप काण्डपाल एँव उसकी नौकरानी तथा नौकरानी का पति रामऔतार आते रहते थे। लगभग 20-25 दिन पहले हम सभी लोग माही के घर में थे तो माही एँव दीप काण्डपाल ने मुझसे कहा कि अंकित चौहान ने माही का जीना हराम कर दिया है वह कभी भी माही के घर पर आ जाता है और शराब पीकर इसके साथ काफी मारपीट करता है और दीप ने कहा कि माही अब मुझसे प्यार करती है लेकिन यह अंकित चौहान पीछा नही छोड़ रहा है, अब इसको निपटाना ही पड़ेगा, फिर इन्होनें मुझसे कहा कि अगर हम इसे ऐसे मारते हैं तो पुलिस हम पर शक करेगी इसलिए तुम एक जहरीला साँप पकड़कर ले आना हम अंकित चौहान को किसी बहाने से माही के घर बुलाकर उसे नींद की गोलियाँ देकर बेहोश कर देंगे और तुम साँप से उसे कटवा देना जिससे उसकी मृत्यु सामान्य सर्पदंश की घटना लगे इस काम के हम तुम्हें दस हजार रूपये भी देंगें और माही तथा दीप काण्डपाल ने माही की नौकरानी तथा उसके पति रामऔतार को भी दस-दस हजार रूपये देने की बात कही थी। मैं इन सबकी बात सुनकर हत्या की साजिश में शामिल हो गया और फिर मैंने 15-20 दिन पहले जंगल से एक जहरीला नाग पकड़ कर अपने पास रख लिया और यह बात माही एंव उसके साथियों को बता दी तो उन्होंने कहा तुम साँप अपने पास रखे रहो जैसे ही हमें मौका मिलेगा हम अंकित को घर बुला लेंगे। फिर 8 जुलाई को माही ने मुझे अपने घर पर साँप लेकर बुलाया और कहा कि आज अंकित का जन्मदिन है वह यहाँ आयेगा तुम घर में ही छुप जाओ मौका देखकर मैं तुम्हें बुला लूँगी। उस दिन अंकित चौहान घर पर आया और रामऔतार तथा उसकी बीवी भी माही के घर पर आ गये फिर ये सब लोग खाना पीना खाकर शराब पीकर रात भर नाचते रहे जब काफी देर तक अंकित चौहान सोया नही तो माही ने मुझसे कहा कि आज मौका नही है मैं किसी और दिन का प्लान करती हूँ। 14 जुलाई को दिन में माही ने मुझे फिर से साँप लेकर अपने घर पर बुला लिया और माही के घर पर माही के साथ दीप काण्डपाल, रामऔतार एंव उसकी पत्नी भी मौजूद थी । फिर माही ने सबको समझाया कि तुम सब लोग अन्दर मन्दिर वाले कमरे में छुप जाओ जब अंकित चौहान घर पर आयेगा तो मैं उसे आज नींद की गोलियाँ बहाने से पिला दूँगी फिर तुम्हें बुला दूँगी। रात लगभग 08.00 बजे माही ने दीप कान्डपाल, रामऔतार और उसकी बीवी को बुला और फिर कुछ देर बाद मुझे भी आवाज देकर बुलाया मैं अपने साथ एक टोकरी में नाग लेकर जब माही के कमरे में पहुँचा तो मैंने देखा कि इन चारों ने कम्बल डालकर अंकित को बेड पर पेट के बल लिटा रखा था और सब लोग अंकित को दबाये हुए थे फिर इन्होंने मुझसे कहा कि इसके पैरों में साँप से डसवा दो फिर इनके कहने पर मैंने योजना के अनुसार अंकित के पैर पर साँप से डसवाया जब कुछ देर तक भी अंकित के शरीर में हरकत होती रही तो इन्होंने कहा कि शायद जहर का असर नही हुआ है फिर मैंने दोबारा अंकित के पैर में साँप से डसवाया और ये लोग अंकित के मरने तक उसको दबाये रहे। फिर कुछ देर बाद जब अंकित मर गया तो उसके शव को उसकी कार में रखकर पहले उसे भुजियाघाट से नीचे खाई में फैंकने के लिए लेकर गये थे लेकिन सम्भव ना होने पर उसके शव को उसकी कार में ही गौला बाईपास रोड पर तीनपानी के पास छोड़कर भाग गये थे। माही ने पहले से ही दिल्ली से टैक्सी कार मँगा रखी थी जिससे हम सभी लोग हल्द्वानी से भाग गये। भागते समय रास्ते में जंगल में मेरे द्वारा साँप को छोड़ दिया गया था। माही ने रास्ते में मुझे हत्या में सहयोग करने के लिए शर्तानुसार दस हजार रूपये दिये थे फिर मैं अपने गाँव जाकर हल्द्वानी आया ही था कि आपने मुझे पकड़ लिया।