@सकारात्मक सोच के लिए सहजयोग…
★सहज योग से शारीरिक मानसिक संतुलन मिलता है…
- ★रिपोर्ट- (सुनील भारती) ” स्टार खबर” नैनीताल…
हल्द्वानी/ एन•सी•सी•कैम्प रानीबाग में रविवार को सहजयोग ध्यान करने की जानकारी दी गई। सहजयोग की जानकारी देते हुए सहजयोग उत्तराखंड के स्टेट युवाशक्ति कोऑर्डिनेटर मेजर अमर सिंह चंदेल ने बताया कि ध्यान किया नहीं जा सकता हम ध्यान की स्थिति में चले जाते हैं यह एक स्वतः होने वाली प्रक्रिया है, व्यक्ति के विचार या तो भूतकाल में रहते हैं या भविष्य काल में। जब हम अत्यधिक भूतकाल या भविष्य काल के विचारों में चले जाते हैं तो शरीर में तनाव आ जाता है और हमें शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक असंतुलन आ जाता है माताजी निर्मला देवी द्वारा बताएं सहजयोग ध्यान करने से हम स्वयं ही निर्विचार अवस्था को प्राप्त कर जाते हैं और वर्तमान की स्थिति में आ जाते हैं ।
सकारात्मक सोच के लिए सहजयोग ध्यान बहुत कारगर है। माताजी निर्मला देवी ने 5 मई 1970 से गुजरात नारगोल से सहजयोग की शुरुआत की थी ,आज विश्व के 120 से ज्यादा देशों के लाखों लोग सहजयोग ध्यान का लाभ प्राप्त कर रहे हैं यह एक स्वतः होने वाली प्रक्रिया है जिसमें हम शरीर में उपस्थित तीनों नाड़ियां इड़ा, पिंगला, सुषुम्ना व सात चक्रों में कुंडलिनी जागरण से संतुलन प्राप्त करते हैं। कार्यक्रम में 443 एन•सी•सी•कैडेट व स्टाफ को कुंडलिनी जागरण से आत्म साक्षात्कार की अनुभूति कराई गई।
इस दौरान चिकित्सा अधिकारी डा• वीरेन्द्र मिश्रा, केंद्र समन्वयक अर्जुन सिंह वाणी,मेजर अमर सिंह चंदेल,स्टेट कॉर्डिनेटर (प्रचार-प्रसार) मनोज त्रिपाठी , एम•एन•गोस्वामी, घनश्याम बोरा, गंगा गोस्वामी,एम•एस•कन्याल सहित कई लोग मौजूद थे।