@. दुखद… ★. मृतकों के परिवार को मिलेगी 1 करोड़ की मदद, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने किया ऐलान ★. अब तक 4 लोगों की मौत , वहीं 5 की तलाश जारी है. रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) : स्टार खबर

135

देहरादूनः उत्तराखंड के माणा गांव में ग्लेशियर टूटने से 4 लोगों की मौत हो गई. हादसे में मृतकों के परिवार को 1 करोड़ की मदद दी जाएगी. जिसके बाद मृतकों के परिजनों को उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम से मदद देने की बड़ी घोषणा की गई. बतादें मुख्यमंत्री राहत कोष में मदद देने का ऐलान किया गया है. सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने यह ऐलान किया है। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से बर्फ के नीचे फंसे 55 मजदूरों में से अब तक 50 को ढूंढ़ लिया गया है. जबकि 4 मजदूरों की मौत हो गई, तो वहीं, 5 की तलाश की जा रही है. सेना के तकरीबन 150 जवान रेक्स्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. सुबह के वक्त खुद मुख्यमंत्री घटना स्थल पर जायजा लेने के लिए पहुंचे थे. कई परिजन बर्फबारी में फंसे अपनों की तलाश कर रहे हैं।रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।यहां एनडीआरएफ समेत सेना के जवान तैनात हैं. घटना स्थल पर जायजा लेने के लिए सीएम धामी मौके पर जा पहुंचे. हवाई जहाज के जरिए दुर्घटना ग्रस्त इलाके का जायजा ले रहे हैं।सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने फ़ोन पर बात कर जनपद चमोली के माणा में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली. साथ ही उन्होंने प्रदेश में हो रही बारिश और हिमपात की स्थिति पर भी विस्तृत जानकारी ली. इस दौरान प्रधानमंत्री जी ने केंद्र सरकार की ओर से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान किए जाने का आश्वासन दिया।यहां बीते दिन भारी बर्फबारी के बाद आज (1 मार्च) को भारी बारिश के साथ ही बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के चमोली, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग समेत अन्य जिलों में भारी बारिश सहित बर्फबारी होने की संभावना जताई जा रही है. शुक्रवार को ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी देखने को मिली. इसी बीच बद्रीनाथ धाम में ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

चमोली के बद्रीनाथ धाम में शुक्रवार सुबह लगभग 11:00 बजे ग्लेशियर टूटने की घटना प्रशासन को मिली जिसके बाद प्रशासन की टीम ने मौके पर रेस्क्यू के लिए आईटीबीपी आर्मी और बीआरओ से मदद मांगी. आइटीबीपी आर्मी की टीम सबसे पहले मौके पर पहुंची जिसके बाद ग्लेशियर के अंदर फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने की कड़ी मशक्कत की गई. दोपहर लगभग 12:00 बजे के आसपास लगभग 10 से अधिक मजदूरों को एवलांच के अंदर से बाहर निकल गया, जिनको निकट आर्मी के अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।

नोट: (स्टार खबर) पर खबर अपडेट की जा रही है…