अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने कृषि ड्रोन स्टार्टअप जनरल एरोनॉटिक्स में 50% हिस्सेदारी खरीदी…
बेंगलुरु स्थित जनरल एरोनॉटिक्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके फसलों के लिए तकनीक आधारित ड्रोन बनाने वाली कंपनी है। वर्ष 2016 में एरोस्पेस तकनीकी को विकसित करने के लिए यह कंपनी शुरू की गई थी।इस कृषि ड्रोन स्टार्टअप को ड्रोन महोत्सव के पहले ही दिन यानी 27 मई को ही अडानी ग्रुप की कंपनी, अडानी डिफेंस सिस्टम्स ने जनरल एरोनॉटिक्स में 50% हिस्सेदारी खरीद ली है।
इस डील पर अडानी डिफेंस के सीईओ आशीष राजवंशी ने कहा कि जनरल एरोनॉटिक्स और अडानी डिफेंस के बीच हुई इस साझेदारी का उद्देश्य सेना के साथ नागरिक जरूरतों को पूरा करना है।उन्होंने कहा कि इस अधिग्रहण की प्रक्रिया को 31 जुलाई, 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि अभी तक कंपनी ने इस समझौते के वित्तीय रकम के विवरण का खुलासा नहीं किया।
आपको बता दें कि कृषि ड्रोन स्टार्टअप जनरल एरोनॉटिक्स कंपनी क्या उत्पादित करती है…?
बेंगलुरु स्थित जनरल एरोनॉटिक्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके तकनीक आधारित फसल सुरक्षा सेवाओं व फसल स्वास्थ्य निगरानी और उपज निगरानी सेवाओं के लिए रोबोटिक ड्रोन विकसित करती है।
आपको बता दें कि जनरल एरोनॉटिक्स एक एंड-टू-एंड एग्री प्लेटफॉर्म सॉल्यूशन कंपनी है। यह रोबोटिक ड्रोन और फसल सुरक्षा सेवाओं, फसल स्वास्थ्य, सटीक-कृषि और उपज की निगरानी के लिए समाधान प्रदाता कंपनी है।
अडानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड की क्या है कार्यप्रणाली…
पिछले कुछ वर्षों में अडानी की सब्सिडियरी कंपनी ,अडानी डिफेंस ने भारत की पहली मानव रहित हवाई वाहन निर्माण सुविधा, भारत की पहली निजी क्षेत्र की छोटी हथियार निर्माण की स्थापना की है। यह कंपनी वर्तमान में नागपुर में भारत की पहली व्यापक विमान एमआरओ सुविधा स्थापित करने की भी प्रक्रिया में है।
एक तरफ़ 27 व 28 मई को नई दिल्ली में चल रहा है ड्रोन महोत्सव..तो दूसरी तरफ़ महोत्सव के शुरुआती दिन ही अडानी की कंपनी ने की इस कंपनी के अधिग्रहण की घोषणा…
यह अधिग्रहण ऐसे समय में हुआ है जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया भर के निवेशकों को भारत के ड्रोन इंडस्ट्री में निवेश करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। विगत शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सबसे बड़े ड्रोन उत्सव- “भारत ड्रोन महोत्सव 2022 ” का उद्घाटन किया। आपको बता दें कि भारत ड्रोन महोत्सव 27 और 28 मई को आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम है। इसका आयोजन दिल्ली के प्रगति मैदान में किया जा रहा है।
ड्रोन उद्योग में भारी उछाल की संभावनाएं…
- क्षेत्र में शोध करने वाली फर्म रिसर्च एंड मार्केट्स के अनुसार, भारतीय ड्रोन उद्योग ने अनुमान लगाया है कि वित्तीय वर्ष 2025-26 तक देश का मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) बाजार 1.81 बिलियन अमेरिकी डॉलर या 13,575 करोड़ रुपये का हो जाएगा। ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया का अनुमान है। कि यह क्षेत्र पांच वर्षों में 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा।
प्रधानमंत्री ने विशेषज्ञों व युवाओं से की अपील…
भारत ड्रोन महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि “मुझे उम्मीद है कि भविष्य में ड्रोन के उपयोग में और प्रयोग व वृद्धि होगी। मैं देश और दुनिया भर के निवेशकों को आमंत्रित कर रहा हूं। जिससे उद्योगों में ड्रोन तकनीक को सुलभ बनाने के कार्य होंगे।इसके लिए प्रधानमंत्री ने विशेषज्ञों व युवाओं से अपील की, कि नए ड्रोन स्टार्टअप शुरू किए जाएं।” जिससे उसका भरपूर फायदा देश के उद्योगों व एरोस्पेस को मिल सकेगा…