64% वोट के साथ द्रौपदी मुर्मू बनी देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति…

113

द्रौपदी मुर्मू ने किया रायसीना हिल्स फतेह…

देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनते ही द्रौपदी मुर्मू ने एक दो नहीं बल्कि 5 नए कीर्तिमान अपने नाम कर लिये हैं।

देश को मिला सबसे युवा राष्ट्रपति…

द्रौपदी मुर्मू सबसे युवा राष्ट्रपति हैं । 20 जून 1958 को जन्मी मुर्मू अभी 64 साल की हैं. 25 जुलाई को पद संभालने के समय उनकी उम्र 64 साल 1 महीना और 8 दिन हो जाएगी. हालांकि वह महज चंद दिनों के अंतर से वह यह रिकॉर्ड अपने नाम कर पाएंगी.

इनसे पहले यह रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम था, जो 1977 के चुनाव में निर्विरोध राष्ट्रपति चुने गए थे. 25 जुलाई 1977 को राष्ट्रपति पद संभालने वाले रेड्डी सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति बने और उस समय उनकी उम्र 64 साल 2 महीने और 6 दिन थी. तब ऐसा पहली बार हुआ था जब विपक्ष की ओर से किसी उम्मीदवार को उतारा भी नहीं गया।

पहली आदिवासी नेता, जो बनी राष्ट्रपति…

द्रौपदी मुर्मू आदिवासी नेता हैं. देश को के.आर.नारायणन और रामनाथ कोविंद के रूप में दो दलित राष्ट्रपति मिल चुके हैं. लेकिन आदिवासी समुदाय से देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर कोई नेता नहीं आ सका। इस बिरादरी से ना कोई प्रधानमंत्री मिला और ना ही कोई राष्ट्रपति। यहां तक ना कोई गृह मंत्री, वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री ही आदिवासी समुदाय से आया। हालांकि अब मुर्मू इतिहास रचने को तैयार हैं।

आजाद भारत में पैदा होने वाले पहले राष्ट्रपति…

द्रौपदी मुर्मू सबसे बड़ा कीर्तिमान उनके नाम यह होगा कि आजाद भारत में जन्म लेने वाली वह पहली ऐसी नेता होंगी जो राष्ट्रपति बनेंगी। देश में अब तक जितने भी राष्ट्रपति हुए हैं वो सब के सब 1947 से पहले पैदा हुए नेता हैं।

ऐसे में 20 जून 1958 को जन्म लेने वालीं द्रौपदी मुर्मू का यह कीर्तिमान उनके नाम हो गया।

पहला पार्षद जो बनेगा राष्ट्रपति…

ओडिशा में जन्मी द्रौपदी ने भुवनेश्वर स्थित रमादेवी महिला कॉलेज से स्नातक की डिग्री (बीए) हासिल की. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर शिक्षक के रूप में की. फिर वह राजनीति में आ गईं. साल 1997 में पार्षद के रूप में मुर्मू ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की. फिर इसके 3 साल बाद 2000 में पहली बार विधायक बनीं और फिर भाजपा-बीजेडी सरकार में दो बार मंत्री भी रहीं।बाद में मुर्मू झारखंड की राज्यपाल बनीं और इस प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल भी बनीं. यही नहीं वह देश के किसी भी प्रदेश की राज्यपाल बनने वाली देश की पहली आदिवासी महिला नेता भी हैं.

राष्ट्रपति देने वाले राज्यों की लिस्ट में ओडिशा भी शामिल…

द्रौपदी मुर्मू ओडिशा से इस शीर्ष पद पर पहुंचने वाली वह पहली राजनेता हैं।. इससे पहले इस पद पर ज्यादातर समय तो दक्षिण भारत से आने वाले नेताओं का कब्जा रहता था. हालांकि पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद का ताल्लुक बिहार से था और वह लगातार 2 बार राष्ट्रपति रहे. अब तक हुए 14 राष्ट्रपतियों में से 7 राष्ट्रपति का ताल्लुक दक्षिण भारत से रहा.

जबकि देश की पहली महिला राष्ट्रपति देने का गौरव महाराष्ट्र को तब मिला, जब 2007 में प्रतिभा देवी सिंह पाटिल राष्ट्रपति बनी थीं. हालांकि अब देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति देने का रिकॉर्ड ओडिशा को मिल गया…

लेखक का एक परिचय…

देश के वरिष्ठ पत्रकारों में शुमार रॉय तपन भारतीय अपनी स्पष्ट वादिता व उत्कृष्ट लेखन के लिए जाने जाते हैं।