नैनीताल में बारिश का ये असर..रामगढ में 4 परिवारों पर संकट तो धारी में 40 परिवारों पर खतरा ताकुला में गिरा पेड़…फल सब्जी का नुकसान किसान परेशान….रामगढ प्रधान ने उठाई आवाज और निदेशक सहकारी बैंक गोपाल बिष्ट ने घेरा प्रशासन को..

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नैनीतालौ – नैनीताल में रात से ही बारिश का असर दिखने लगा है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में तेज बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है तो वहीं किसानों को भी फल और सब्जियों का खासा नुकसान झेलना पड़ा है। हांलाकि इस सड़क से रामगढ बेतालघाट ओखलकांड़ा समेत अन्य इलाकों की 11 सड़कें बंद हो गई हैं जिससे किसान तैयार फसल तक भी मंड़ी तक नहीं पहुंचा सके हैं। तेज बारिश से हल्द्वानी नैनीताल सड़क ताकुला के पास बाधित हुई है जहां पेड़ सड़क पर आने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है वहीं कौश्यांकुटौली में कोसी और शिप्रा नदी के बहाव से संकट बना हुआ है..स्थानीय लोग बारिश में दहशत में हैं।

रामगढ में नाले के बहाव से चिंता बनी हुई है तो 4 मकानों को भी खतरा बना हुआ है हांलाकि प्रधान ने सभी को अपने यहां शिफ्ट किया है। वहीं रामगढ में हो रही दिक्कतों पर प्रधान ने प्रशासन ने लोगों की मदद के लिये अपील की है। प्रधान सुरेश मेर ने बताया कि 2021 जैसे हालात बन रहे हैं और 4 मकानों को खतरा बना हुआ है उनको दूसरी जगह विस्थापित किया गया है लेकिन राशन की दिक्कतें हैं..सड़कों का हाल बूरा है आज तक पिछले आपदा की सड़कों को ही ठीक नहीं किया जा सका है।

वही नैनीताल हाईवे पर भी सुबह पेड़ गिरने से यातायात बाधित रहा है..पेड गिरने के चलते पर्यटकों के साथ स्थानीय लोग भी रास्ते में फंस गये तो कई घंटों बाद पेड़ को सड़क से हटाया जा सका जिसके बाद यातायात को सूचारु किया गया..यात्रियों ने गाड़ी की मदद से पेड़ को सड़क से हटाया है..


इसके साथ ही धारी तहसील के पोकरण गांव में 40 परिवारों को खतरा बना हुआ है। पिछले दिनों से हो रही बारिश से गांव की तरफ पानी आने से ग्रामीण संकट में है तो गांव पर खतरा बना हुआ है। लोगों की फसलों का नुकसान होने से किसानों को खासा नुकसान हुआ है..घरों की तरफ मलवा आने से लोगों की चिंता बारिश में और बढ रही है। सहकारी बैंक के निदेशक गोपाल बिष्ट ने सरकारी सिस्टम पर सवाल उठाए हैं गोपाल बिष्ट ने कहा है कि पिछले दिनों डीएम ने इसको रोकथाम के आदेश दिये थे लेकिन आज तक बचाव व रोकथाम के काम नहीं हो सके हैं। गोपाल बिष्ट ने कहा कि अगर जल्द कोई कदम नहीं उठाए गये तो आने वाले दिनों में और ज्यादा संकट इस गांव में दिक्कतें हो सकती हैं।