उत्तराखंड सरकार की रीति व नीतियों से संत समाज श्रुब्ध..उतरे आंदोलन की राह पर…

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श्री केदारनाथ धाम में मंदिर के शीर्ष से ऊँचे हो रहे भवन निर्माण धाम की परंपरा के ख़िलाफ़..राज्य सरकार की मनमानी से संत समाज नाराज़…

उत्तराखंड सरकार की कार्यशैली से पंडे- पुरोहित ज्यादा नाराज हो गए है।दरअसल वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा में तीर्थ पुरोहितों के भवनों सहित सभी निर्माण आपदा की भेंट चढ़ गए थे।उक्त प्रलय के दस वर्ष बाद भी इन तीर्थ पुरोहितों को भवन नहीं मिले हैं। इसके साथ ही जो भवन मौजूद हैं उन्हें भी सरकार द्वारा तोड़ने का कार्य किया जा रहा है।इसीलिए तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ धाम से लेकर सभी यात्रा पड़ावों तक बंद का ऐलान किया है।आज प्रातः से यहाँ 24 घंटे तक बाजार बंद रहेंगे व 18 सितंबर से श्री केदारनाथ धाम में सरकार के खिलाफ आमरण अनशन भी शुरू किया जाएगा।

अगर सरकार जल्द नहीं जागी तो 18 से होगा आमरण अनशन शुरू…- चंडी प्रसाद तिवारी अध्यक्ष व्यापार मंडल केदारनाथ…

केदारनाथ व्यापार संघ के अध्यक्ष चंडी प्रसाद तिवारी ने बताया कि श्री केदारनाथ में मंदिर प्रांगण से भैरवनाथ गदेरे तक सभी व्यापारियों को अपने प्रतिष्ठान 24 घंटे बंद रखने का आह्वाहन किया गया है।उन्होंने कहा कि केदारनाथ आपदा से प्रभावित तीर्थ पुरोहितों को वर्ष 2013 से भूमिधर अधिकार के तहत भवन नहीं दिये जाने और मौजूद भवनों को तोड़े जाने, धाम में चल रहे कार्यों में तीर्थ पुरोहितों की कोई राय नहीं लेने व भवनों का निर्माण मंदिर के शीर्ष से ऊपर तक किये जाने के चलते यह फैसला लिया है।व्यापार संघ के अध्यक्ष चंडी प्रसाद तिवारी ने कहा कि 24 घंटे के बाजार बंद के बाद भी अगर सरकार नहीं जागी तो 18 से आमरण अनशन शुरू कर दिया जायेगा।ऐसे में देश-विदेश से यहाँ आने वाले तीर्थ यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।