नैनीताल – राज्य के विकास और पलायन रोकने के लिये राज्य आन्दोलनकारी एक बार फिर मुखर होने लगे हैं। नैनीताल से आन्दोलनकारियों ने हुंकार भरी है और सरकार से मांग की है कि यहां के लोगों को रोजगार दें और पलायन रोकने के लिये नीति तैयार करें। इसके लिये 17 अगस्त को नैनीताल के हल्द्वानी में आन्दोलनकारी बड़ा सम्मेलन करने जा रहे हैं जिसमें सभी आन्दोलनकारियों को पहुंचने की अपील की है..नंदा वेंकटहाल कमलुवागांजा में होने वाले इस सम्मेलन के लिये तैयारियां चल रही हैं..
आज नैनीताल में आन्दोलनकारियों ने बैठक कर कहा कि इस सम्मेलन को सफल बनाएंगे जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री समेत विपक्ष के कई नेता शामिल होंगे..नैनीताल के अनिता रेस्टोरेंट में आयोजित बैठक के दौरान आन्दोलनकारियों ने कहा कि राज्य आन्दोलन के दौरान जो सपना देखा गया था वो 24 सालों के बाद भी पूरा नहीं हो सका है..सरकारों ने ऐसी कोई नीति तैयार नहीं कि जिससे राज्य में रोजगार के अवसर पैदा होने के साथ पलायन को रोका जा सके..युवा पहाड़ छोड़ रहे हैं और शिक्षा का हाल भी खराब ही है..
वहीं बैठक के दौरान आन्दोलनकारियों ने कहा कि आन्दोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण पर कोई सरकार आज तक नहीं निर्णय ले सकी है और मामला अटका है सरकार पर आने वाले दिनों में दबाव डालेंगे कि आरक्षण दिया जाए..इसके साथ ही आन्दोलनकारियों ने एक स्वर में कहा है कि आन्दोलनकारियों को समान पैंशन राज्य सरकार दे अगर सांसद विधायकों को चार-4 पेंशन का लाभ दिया जा सकता है तो आन्दोलनकारियों को क्यों नही इसका लाभ मिले वहीं आन्दोलनकारियों ने राज्य सेनानी का दर्जा देने की मांग उठाते हुए कहा कि राज्य में एक बार फिर आन्दोलनकारियों का चिन्हिकरण किया जाए ताकि जो लोग छूट गये हैं उनको भी राज्य आन्दोलनकारी का लाभ मिल सके।
राज्य आन्दोलनकारी संगठन के नैनीताल जिलाध्यक्ष गणेश सिंह बिष्ट ने कहा कि राज्य में सरकारी शिक्षा पटरी से उतर रही है स्कूलों में टीचर नहीं होने से शिक्षा का स्तर कमजोर हो रहा है लगातार ग्रामीण इलाकों से पलायन हो रहा है..गणेश बिष्ट ने कहा कि सरकार को ऐसी नीति बनानी चाहिये कि रोजगार यहीं मिले और पलायन रुक सके..गणेश सिंह बिष्ट ने आन्दोलनकारियों से अपील की है कि वो इस सम्मेलन में शामिल हों ताकि सरकार तक अपनी आवाज को बुलंद किया जा सके।
बैठक के दौरान पान सिंह सिजवाली,दिवान सिंह,कोषाध्यक्ष मनमोहन सिंह कनवाल,मुकेश जोशी,गिरिश चन्द्र जोशी,रईस भाई,मुकुल काण्डपाल,हरेन्द्र सिंह बिष्ट,मनोज सिंह बिष्ट,समेत अन्य आन्दोलनकारी मौजूद रहे..