@चमोला जिले देर रात को हुई भारी बारिश ने देवाल घाटी के सुदूरवर्ती गांवों में जमकर तबाही मचाई… ★सड़क का 40 मीटर हिस्सा बहने से कुलिंग गांव की 3 हजार की आबादी का संपर्क देश दुनिया से कटा… ★रिपोर्ट- (सुनील भारती ) “स्टार खबर” नैनीताल…

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@चमोला जिले देर रात को हुई भारी बारिश ने देवाल घाटी के सुदूरवर्ती गांवों में जमकर तबाही मचाई…

★सड़क का 40 मीटर हिस्सा बहने से कुलिंग गांव की 3 हजार की आबादी का संपर्क देश दुनिया से कटा…

★रिपोर्ट- (सुनील भारती ) “स्टार खबर” नैनीताल…

उत्तराखंड/ चमोला जिले देर रात को हुई भारी बारिश ने देवाल घाटी के सुदूरवर्ती गांवों में जमकर तबाही मचाई है। देर रात ब्रह्मताल के निचले हिस्से में बादल फटने से लोहजांग से आगे छ्जेली नामक स्थान पर थराली-वाण नंदा देवी राजजात मार्ग पूरे तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।

उक्त सड़क का लगभग 40 मीटर हिस्सा बह गया है जिसके चलते वाण और कुलिंग गांव की 3 हजार की आबादी का संपर्क देश दुनिया से कट गया है। वहीं बादल फटने के बाद 5 गांव की पेयजल लाइन टूट गई है जिसके चलते ग्रामीणों के सामने पानी की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है ।

सामाजिक कार्यकर्ता हीरा सिंह गढ़वाली ने बताया की छ्जेली नामक स्थान पर थराली-वाण नंदा देवी राजजात मार्ग में बदल फटने से सड़क का करीब 40 मीटर हिस्सा बह गया है और लगभग 200 मीटर सड़क में मलवा ओर पत्थरों से पट गई है, जिसके कारण ग्रामीणों के के लिए बढ़ा संकट पैदा हो गया है, वहीं इस सकड़ के लगे दोनो गांवों का संपर्क देश दुनिया से कट गया है। आपदा के इस मौसम में बीमार और गर्भवती महिलाओं को कैसे अस्पताल तक पहुंचाया जा सकेगा यह बड़ा चिन्ता का विषय है साथ ही मुन्दोली इंटर कॉलेज व देवाल महाविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राएं कैसे अध्ययन के लिए जा पाएंगे।

उन्होंने कहा कि नन्दा देवी लोकजात आजकल अपने चरम पर है ऐसे में सड़क मार्ग का ऐसा हाल है तो नंदा देवी की वार्षिक लोकजात यात्रा 8 को वाण गांव में कैसे पहुंचेगी ये भी एक समस्या पैदा हो गई है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि नंदा देवी लोकजात एवं क्षेत्र की इस गंभीर समस्या पर अतिशीघ्र लोहाजंग से वाण सड़क को खोला जाए और 5 गांव की जो पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हुई है तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था के आधार पर सुचारू की जाए। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जब तक सड़क नहीं खुल जाती तब तक पैदल आवाजाही के लिए रास्ते को बनाए जाएं ताकि आपातकालीन स्थिति में आवाजाही हो सकें।