संस्कृति के संवर्धन के मुख्य उद्देश्यों के साथ न्याय के देवता गोल्ज्यू की संदेश यात्रा पहुँची नैनीताल..24 नवंबर को चम्पावत में होगा समापन…

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सरोवर नगरी नैनीताल पहुँची गोल्ज्यू सन्देश यात्रा..संस्कृति का संवर्धन मुख्य उद्देश्य..- विजय भट्ट अध्यक्ष “अपनी धरोहर संस्था”…

“अपनी धरोहर” संस्था द्वारा आयोजित श्री गोल्ज्यू सन्देश यात्रा आज दोपहर हल्द्वानी होते हुए बैंड बाजे के साथ झील नगरी नैनीताल पहुँची। जहाँ पहले फ्लैट्स ग्राउंड पर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।फिर माँ नयना देवी मंदिर और गोल्ज्यू मंदिर में पूजा अर्चना सम्पन्न की गई।संस्था के अध्यक्ष विजय भट्ट ने कहा कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाना है।21 दिवसीय इस यात्रा का सरोवर नगरी नैनीताल 20 वां पड़ाव है।आपको बता दें कि यह यात्रा चम्पावत से प्रारम्भ होकर टनकपुर, रुद्रपुर,हरिद्वार, उत्तरकाशी, चम्बा, श्रीनगर गढ़वाल, मुनस्यारी, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, हल्द्वानी होते हुए दोपहर नैनीताल पहुंची है।यात्रा का आज रात का पड़ाव गोल्ज्यू मंदिर घोड़ा खाल में रहेगा।जहाँ जागर भी लगेगी।24 नवम्बर को यात्रा उत्तराखंड के न्याय के देवता गोल्ज्यू महाराज मंदिर चम्पावत पहुचेगी जहाँ इस यात्रा का समापन होगा।हल्द्वानी में भी यात्रा का भव्य स्वागत सिख संगत व गोल्ज्यू भक्तों द्वारा किया गया।

नई पीढ़ी को धार्मिक आयोजनों में शामिल करके अपनी संस्कृति की रक्षा करना सिखाना होगा..- रुचिर साह कोर कमेटी सदस्य “अपनी धरोहर संस्था”…

गोल्ज्यू मंदिर नैनीताल के संस्थापक सदस्य भीम सिंह कार्की व विमल चौधरी ने गोल्ज्यू मंदिर नैनीताल में पूजा सम्पन्न करवाई।जिसमें डॉ सरस्वती खेतवाल,आशीष कबड़वाल, तनिष्क मेहरा,दीपक दास,करन सती,त्रिभुवन फर्त्याल,मनोज जोशी,मयंक टंडन,सोनू बिष्ट,तरुण कांडपाल व प्राध्यापिका नेहा आर्या ने सैनिक स्कूल के बच्चों के साथ शिरकत की।साथ ही अनेकों गणमान्य व्यक्तियों व सैकड़ों अन्य गोल्ज्यू भक्तों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कर न्याय के देवता का आशीर्वाद लिया।
अपनी धरोहर संस्था के कोर टीम में शामिल रुचिर साह ने कहा कि अपनी संस्कृति को बच्चों के मध्य प्रेषित करना बहुत अहम है।तभी नई जनरेशन को अपनी सभ्यता व संस्कृति की जानकारी मिलेगी।अंत में रुचिर साह ने यात्रा में शामिल सभी गोल्ज्यू भक्तों और नगर के सामाजिक संगठनों का तहे दिल से आभार व्यक्त किया।