@मिलीभगत… ★. भाजपा कार्यकर्ता के बगीचे में मिले चोरी के गिल्टे ★ लपेटे में आए वन विभाग के अधिकारी पूछताछ में खुली अफसरों और कर्मचारियों की पोल, वन रक्षक निलंबित रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”

275

@मिलीभगत…

★. भाजपा कार्यकर्ता के बगीचे में मिले चोरी के गिल्टे

★ लपेटे में आए वन विभाग के अधिकारी पूछताछ में खुली अफसरों और कर्मचारियों की पोल, वन रक्षक निलंबित

रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) “स्टार खबर”

हल्द्वानी। चोरगलिया इलाके के नयागांव कटान में एक भाजपा कार्यकर्ता के बगीचे से वन विभाग की टीम ने लकड़ी के 10 गिल्टे बरामद किए। केस दर्ज कर जांच शुरू की गई तो वन विभाग के ही कर्मचारी और अधिकारी फस गए। कार्यकर्ता ने पोल खोली कि डिप्टी रेंजर और वन रक्षक उसके यहां सागौन की यह कटी हुई लकड़ी रख गए थे। प्रारंभिक जांच में सत्यता नजर आने पर डीएफओ ने एक वन रक्षक को निलंबित कर दिया। चोरगलिया निवासी प्रकाश चंद्र बेलवाल ने पास के ही नयागांव कटान में अपना बगीचा बना रखा है। वहां मजदूर ही रहते हैं। भाजपा से जुड़े प्रकाश चंद्र एक किसान सेवा सहकारी समिति के निवर्तमान अध्यक्ष भी हैं। मंगलवार शाम वह अपने बगीचे में मौजूद थे। तभी जौलसाजा रेंजर सुनील शर्मा और नंधौर रेंजर भूपाल सिंह नेहता के नेतृत्व में टीम वहां पहुंची। टीम को खबर मिली थी कि प्रकाश चंद्र ने अपने बगीचे में चोरी से कटी गई लकड़ी छिपा रखी है।
टीम ने वहां पहुंचकर छानबीन की तोसागौन के 10 गिल्टे ढके हुए मिल गए। देखने से लगा कि यह लकड़ी पांच महीने पहले की गई कामद होने पर वन विभाग ने आरोपी प्रकाश चंद्र के खिलाफ बन अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया। वहीं इस मामले में भाजपा के मंडल अध्यक्ष मुकेश बेलवाल का कहना है कि प्रकाश चंद्र भाटी के केवल पार्टी सदस्य ले रखी है कोई जिम्मेदारी नहीं है नहीं सक्रिय कार्यकर्ता है वही प्रकाश चंद्र ने तो पार्टी से किसी तरह का वास्ता म
न होने की बात कह है

★. ऐसे आया डिप्टी रेंजर का भी नाम सामने

टीम ने प्रकाश चंद्र से गिल्टों के बारे में जानकारी ली। इस पर उन्होंने बताया कि बगीचा तो उनका ही है, मगर बरामद लकड़ी उनकी नहीं है। बताया कि यह तो वन विभाग के ही कुछ लोगों ने रखवाई थी। उनके नाम के बारे में पूछा गया तो उन्हें नहीं पता था। तब प्रकाश चंद्र ने वहां लकड़ों लेकर आने वाले व्यक्ति को फोन मिलाकर जानकारी ली। उसने बताया कि नंधौर रेंज में कार्यरत वन रक्षक राजेंद्र जोशी और एक डिप्टी रेंजर ने यह लकड़ी रोहित बिष्ट के बाहन से भिजवाई थी। तब यह कहा था कि वन निगम से इसे खरीदकर लाया गया है। प्रकाश चंद्र की ओर से लिखित में यह पूरी जानकारी ली गई। इसके बाद डीएफओ कुंदन कुमार के सामने यह मामला पहुंचा तो उन्होंने वन रक्षक राजेंद्र जोशी पर निलंबन की कार्रवाई कर दी। साथ ही डिप्टी रेंजर के खिलाफ कार्रवाई को उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी।

★. वन निगम पर भी उठ रहे है सवाल

सवाल खड़े हो रहे हैं कि वन निगम ऐसे ही किसी को कैसे मांगने पर लकड़ी दे सकता है

“जिस व्यक्ति के स्थान से लकड़ी मिली है, उसके खिलाफ वन अधिनियम में केस दर्ज कर लिया है। वन रक्षक को निलंबित कर दिया गया है और डिप्टी रेंजर के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चस्तर पर लिखा जा रहा है। मामले की निष्पक्षता से जांच की जाएगी। आरोपी विभाग का हो या बाहर का, उसे बख्शा नहीं जाएगा”

(कुंदन कुमार) “डीएफओ वन विभाग हल्द्वानी”