@. वारदात… ★. थानाध्यक्ष ने एक दिन पहले चोरी को हल्के में लिया, अगले ही दिन शहर में चली गोली ★. शहर में रहना है तो बदमाशी छोड़नी होगी , एसएसपी नैनीताल रिपोर्ट (चन्दन सिंह बिष्ट) स्टार खबर

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हल्द्वानी नैनीताल
अपराध तो अपराध होता है फिर वह छोटा हो या बड़ा। पुलिस के जिम्मेदार थानाध्यक्ष ही जब घटनाओं को छोटी-मोटी बताने लगे तो उसका अंजाम इसी तरह होता है। अपराधियों के हौसले बुलंद होते हैं और वह पुलिस को चुनौती देने लगते हैं। लाखों की चोरी को छोटी-मोटी बताने के अगले ही दिन कार सवार एक बदमाश ने एक जजी कोर्ट के बाहर युवक को गोली मार दी। घटना के बाद हरकत में आई पुलिस को हल्द्वानी से लेकर रुद्रपुर तक नाकेबंदी करनी पड़ी। स्त्रपुर के डीडी चीक पर हल्द्वानी से जाने बाले वाहनों को रोककर चेकिंग को गई। शनिवार को काठगोदाम थाना क्षेत्र के गौलापार स्थित देवाला तल्ला में अजीम खान के घर 20 लाख की चोरी हो गई थी। अपनी नाकामी को छिपाने के लिए थानाध्यक्ष ने इस छोटी-मोटी चोरी बता दिया था। रविवार देर शाम जजी कोर्ट के बदविलेली लाज निवासी हनी प्रजापति को उस समन गोली मारी गई अब वह अपने दोस्त विशाल सती के संग बैठकर मैच देख रहा था। यह क्षेत्र भले कोतवाली व भोटियापहाव चौको क्षेत्र का ही, मगर यदि पुलिस ही घटनाओं को घोटी-मोटी बनाने लगेगी तो अपराधियों को बल मिलेगा। एक थानाध्यक्ष के बयानबाजी के अगले दिन गोली चल गई। गोली चली ती पुलिस के लिए बड़ी बात हो गई। क्योंकि हल्द्वानी ही नाहीं। रुद्रपुर तक नाकेबंदी कर दी गई थी। एक-एक वाहनों की चेकिंग की गई। पुलिस के हाथ फिलहाल खाली हैं।।

★. पुलिस ने आठ महीने पहले भी गंभीरता से नहीं लिया मामले को

धायल हनी के दोस्त विशाल ने बताया कि जिस युवक ने गोली चलाई है। वह उनसे रंजिश रखता है। आठ महीने पहले गोली चलाने वाले ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले की शिकायत उन्होंने भौटियापहाय चौकी में पहुंचकर की. लेकिन पुलिस में उनकी नहीं सुनी। जिससे आरोपित के हौसले बुलंद थे।

★. वारदात से अस्पताल में मौजूद लोगों में दिखा गुस्सा

घायल के अस्पताल पहुंचने की सूचना पर लोगों की भीड अस्पताल में जुट गई थी। लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। उनका कहना था कि अपराधियों में पुलिस का खौफ खत्म हो रहा है। पुलिस से शिकायत करो तो सुनवाई नहीं होती है।

“जिले की कानून व्यवस्था को किसी भी हाल में बिगहने नहीं देंगे। गोली चलाने वाला कोई भी हो किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। जिले में रहना है तो बदनाशी खत्म करना होगा।”
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प्रहलाद नारायण मीणा – एसएसपी नैनीताल