सरोवर नगरी नैनीताल में एक स्थान पर रावण के दो पुतलों का दहन हुआ तो अल्मोड़ा में नही हुआ रावण दहन…
कल दशहरा पर्व पर जहाँ सरोवर नगरी में जोशोखरोश से दो रावण के पुतलों के दहन के साथ मनाया गया।वहीं अल्मोड़ा के प्रसिद्ध दशहरे उत्सव में रावण को अग्नि के हवाले नही किया जा सका। आपको बता दें कि झील नगरी में भी दशहरा उत्सव बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है।इस वर्ष 45 फुट का एक रावण प्रतिवर्ष की तरह फ्लैट्स ग्राउंड पर बनाया गया।और एक 15 फिट का रावण रामसेवक सभा द्वारा बड़ा बाजार के निकट तैयार किया गया।जिसे बाद में फ्लैट्स ग्राउंड में ही बड़े रावण के साथ खड़ा कर दोनो रावण दहन किये गए।
दो पुतला समितियों के आपसी विवाद के चलते अल्मोड़ा में नही हुआ रावण के पुतले का दहन…
वहीं अल्मोड़ा में दो पुतला समितियों के आपसी मतभेद के चलते पहले दोनों के बीच मनमुटाव की स्थितियाँ बनी व बाद में नौबत हाथापाई पर आ गई।जिससे रावण के पुतले को एक स्थान पर ही रोक दिया गया।आपको बता दें कि अल्मोड़ा में पूरे रावण परिवार के पुतले बनाये जाते हैं व उन्हें पूरे बाजार क्षेत्रों से घुमाकर बाद में इन्हें अग्नि के हवाले किया जाता है। लेकिन वाद विवाद के चलते जिला प्रशासन के द्वारा दोनों समिति के लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत करने का प्रयास किया गया।उस समय तो रावण के पुतले का क्षेत्र भ्रमण शुरू करा दिया गया पर एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष से माफ़ी की माँग पर ही रावण के पुतले का दहन करने की बात सामने आने लगी। जिससे इस वर्ष अल्मोड़ा में रावण के पुतले का दहन नही किया जा सका।