आप भी सब्जी,दाल में डालते होंगे अपनी मनपसंद के मसाले.. पर क्या आपको जानकारी है कि इन मसालों में घोड़े की लीद मिली हो सकती है…

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योगी जी के प्रदेश में संचालित हो रहें है नक़ली मसाला उद्योग..घोड़े की लीद मिले मसाले खूब बिक रहे..खाद्य विभाग की टीम ने धर दबोचा ऐसा एक कारखाना…

उत्तर प्रदेश के जनपद फिरोजाबाद में एक नकली मसाले बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। यह कारोबारी नकली मसालों को चटकारेदार बनाकर पूरे प्रदेश में सप्लाई किया करता है। मसाले की यह फैक्ट्री आस्था इंटरप्राइजेज के नाम से चलाई जाती है। जनपद फिरोजाबाद के खाद्य विभाग के अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह के निर्देशन में टीम ने नकली मसाले की फैक्ट्री पर छापेमारी कर कुंटलों नकली मसाले जप्त कर फैक्ट्री को सील किया है।

मसाला फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान घोड़े की लीद जैसा पदार्थ कुन्तलों की मात्रा में मिला…

आपको बता दें कि जनपद फिरोजाबाद में दर्जनों नकली मसाले की कई फैक्ट्रियां संचालित होने की सूचना खाद्य विभाग को मिली।डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह ने बताया है महीनों से हमारी टीम नक़ली मसाले बनाने वाली कम्पनीयों की रेकी कर रही थी। सोमवार दोपहर को जब टीम ने आस्था इंटरप्राइजेज नाम की मसाले की फैक्ट्री में छापा मारा तो वहां पर मौजूद छापेमारी वाली टीम के पैरों तले जमीन खिसक गई। फैक्ट्री में गधों-घोड़ों की लीद जैसा एक पदार्थ कुन्तलों की मात्रा में बोरियों में भरा हुआ था। जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि नकली मसाले बनाने में घोड़े की लीद के साथ-साथ साइट्रिक एसिड पाउडर व अन्य केमिकल मिलाकर इनको पैकिंग कर बाजारों में उतारा जाता है।जिसे आमजन मसाला समझकर चाव से खाते है।इन सभी संदिग्ध मैटेरियल की जाँच के बाद पुष्टि हो जाएगी।

सफेद पोशों की शह पर संचालित हो रही है ये फैक्ट्रीयां..जब डूबती है इनकी नैय्या तो बचाने वाले भी हो जाते हैं हाज़िर…

यह मसाला निर्माण उपक्रम फिरोजाबाद की सीमा से सटे हुए खेतों के बीच स्थित गांव लालऊ में चक्रेश शर्मा की ठार पर संचालित हो रही थी। नकली मसाले की फैक्ट्री में रखे कुन्तलों तैयार मसालों के साथ साथ घोड़े की लीद जैसा मैटेरियल भी कुन्तलों में बरामद किया गया।जिसके बाद उक्त कारखाने को सील कर दिया गया।व इस फैक्ट्री का लाइसेंस निरस्त करने की विभाग द्वारा संस्तुति की जा रही है। सबसे बड़ी और सबसे खास बात यह है दो वर्ष पूर्व भी इसी तरह से इसी फेक्ट्री पर कार्यवाही हुई थी लेकिन रसूख के चलते फिरोजाबाद प्रशासन कुछ नही कर पाया था।और फेक्ट्री का पुनः संचालन शुरू हो गया था।