रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले में आज कवरेज करने आये एक न्यूज चैनल के पत्रकारों का हुआ विरोध..भीड़ ने गोदी मीडिया गो बैक के लगाए नारे…

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रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले में शांति से विरोध कर रहे निवासियों ने एक मीडिया चैनल को स्थल से वापस जाओ के लगाए नारे…

कुमाऊँ प्रवेश द्वार हल्द्वानी में आजकल रेलवे भूमि अतिक्रमण का मामला जोरों पर है।4300 से अधिक घरों पर ध्वस्तीकरण की तलवार लटक रही है।दिन-रात स्थानीय निवासियों का जीना हराम हो गया है। जिससे बनभूलपुरा व अतिक्रमण की जद में आ रहे परिवारों में बहुत ज्यादा दहशत व्याप्त हो गई है।क्योंकि इसमें से अधिकतर लोग ध्याड़ी मज़दूर हैं।अब उन पर कमाने के अलावा ठंडे मौसम में रहने का संकट जो उत्पन्न हो गया है।

देश मे कुछ मीडिया चैनल सत्ता के पक्ष में बनाते हैं माहौल…

आपको बता दें कि बड़ी आबादी पर सर्द मौसम में ध्वस्तीकरण की लटक रही तलवार की वजह से देशभर का मीडिया इन दिनों बनभूलपुरा रेलवे अतिक्रमण को कवर करने हल्द्वानी पहुँच रहा है।यह भी संज्ञान रहे कि विगत दिनों कुछ राष्ट्रीय मीडिया चैनलों पर किसी अन्य मामले में बिल्कुल एक सी वीडियो फ़ुटेज चलाई जा रही थी। जाँच करने पर वो वीडियो फ़ुटेज किसी राजनीतिक दल के ट्वीटर हैंडल से लेकर चलाये जा रहे निकले। मतलब मीडिया की विश्वसनीयता ही खत्म करने के प्रयास किये जा रहे है।

कुछ मीडिया चैनलों द्वारा गलत शब्दों का प्रयोग कर चलाई जा रही हैं ख़बरें..क्योंकि यहाँ के अधिकतर बाशिंदे हैं एक समुदाय विशेष से…

कुछ चैनल बनभूलपुरा निवासियों को रोहिंग्या,बांग्लादेश व जेहादी जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर ख़बर चला रहे हैं। ध्वस्तीकरण के विरोध में एकत्रित लोगों ने कहा कि किसी का घर जा रहा है तो कुछ मीडिया चैनल गलत शब्दों का प्रयोग कर माहौल बना रहे हैं।उन्होंने कहा कि यहाँ लोग शांत तरीके से अपना विरोध कर रहे हैं। इसी वजह से वहाँ एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के चैनल के पत्रकारों को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। लोगों ने गोदी मीडिया गो बैक के नारे लगाए।