सरोवर नगरी नैनीताल में चैयरमैन नगरपालिका फंसे अपने ही गेम प्लान में..हाई कोर्ट में मंगलवार की लगी तारीख…
झील नगरी में पिछले माह नंदाष्टमी महोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया था।दरअसल वर्ष 2014 से पूर्व इस महोत्सव का आयोजन राम सेवक सभा नैनीताल द्वारा किया जाता था परंतु पूर्व में तत्कालीन चैयरमैन नगरपालिका श्याम नारायण के कार्यकाल के दौरान यह मामला हाई कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता अंजली भार्गव द्वारा उच्च न्यायालय के संज्ञान में लाया गया।कि नगरपालिका के स्वामित्व वाले फ्लैट्स ग्राउंड में व्यावसायिक गतिविधियों द्वारा रामसेवक सभा धन एकत्रित करती है जबकि इस पर नगरपालिका का अधिकार होना चाहिए।हाई कोर्ट ने अपने निर्णय में फ्लैट्स ग्राउंड पर व्यावसायिक गतिविधियों के अधिकार सशर्त नगरपालिका नैनीताल को दे दिए। तभी से मेलों के दौरान दुकानों,झूलों को लगाने की निविदा भी नगरपालिका नैनीताल द्वारा की जाने लगी।ज्ञात रहे कि इस वर्ष 2023 में नगरपालिका नैनीताल ने बिना टेंडर निकाले ही एक ठेकेदार को महोत्सव के आयोजन का ठेका दे दिया।यह रहस्योद्घाटन हाई कोर्ट में तब हुआ जब कोर्ट पहुँचे एक अन्य ठेकेदार ने इस वर्ष मेले आयोजन का ठेका बिना टेंडर के ही अपने चहेते को देने का आरोप चैयरमैन नगरपालिका नैनीताल पर लगाया।यहाँ यह भी बताना अतिआवश्यक है कि इस महोत्सव के आयोजकों द्वारा फ्लैट्स ग्राउंड पर लगाई जाने वाली अस्थाई प्रति दुकान को ₹30 से 40 हज़ार तक में एक सप्ताह के लिए दिया जाता हैं।और तो और फुटपाथ में भी गरीब वेंडर्स की शिकायत थी कि ₹6000/ से कम रकम पर फ्लैट्स ग्राउंड में घुसने भी नही दिया जा रहा है।
उच्च न्यायालय ने मामले का लिया हैं स्वतः संज्ञान..- कमलेश तिवारी वरिष्ठ अधिवक्ता हाई कोर्ट व एडवोकेट नगरपालिका नैनीताल…
नगरपालिका के वरिष्ठ एडवोकेट कमलेश तिवारी ने स्टार ख़बर से बातचीत में बताया कि ठेकेदारों के आपसी विवाद के चलते गुरुवार को कोर्ट ने इसका स्वतः संज्ञान लेकर नोटिस जारी कर दिए हैं।17 अक्टूबर दिन मंगलवार की तिथि लगी है।नगरपालिका नैनीताल को उससे पहले स्थिति स्पस्ट करनी होगी।स्टार ख़बर ने नगरपालिका चेयरमैन नैनीताल सचिन नेगी से भी संबंध में बातचीत का प्रयास किया जिससे उनके पक्ष को भी जाना जा सके। लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया।