बनभूलपुरा में जो काम कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत एवं आई.जी. नीलेश आनन्द भरणे ने कल किया..काश पूर्व का कोई प्रशासनिक अधिकारी कर पाता…?
कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत एवं आई.जी. नीलेश आनन्द भरणे ने कल जिस तरह से अपनी टीम के साथ बनभूलपुरा लाईन नम्बर आठ व बारह में अवैध रूप से बनाये जा रहे भवनों का स्थलीय निरीक्षण किया।यह सचमुच काबिले तारीफ़ रहा।यहाँ अवैध रूप से बिना नक्शे पास कराये बनाये जा रहे दो भवनों को मौके पर ही ध्वस्तीकरण के आदेश कुमाऊँ आयुक्त द्वारा दिये गए।विगत दिनों जनता दरबार कार्यक्रम में कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत को एक व्यक्ति ने अपना दुखड़ा सुनाया कि उसके पड़ोस में अवैध रूप से कॉमर्शियल बिल्डिंग का बेसमेंट फ्लोर बनाया गया था।जिसकी अनुमति विभाग से नही ली गई थी।जिसकी वजह से शिकायतकर्ता के घर में दरारें आ गई हैं।कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत ने कॉमर्शियल बिल्डिंग मालिक को शिकायतकर्ता के घर की मरम्मत व नुकसान पूरा करने के तुरंत आदेश दिए थे। काश..पूर्व के प्रशासनिक अधिकारियों ने भी ऐसा साहस किया होता..?
सरकारी भूमि पर कब्जे तथा बेसमेंट से निकले खनिज की चोरी कर अवैध रूप से बन रहे भवनोँ के स्वामियों के खिलाफ भी होंगे मुकदमें दर्ज- कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत
कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत ने नगर निगम तथा प्राधिकरण के अधिकारियों को मामले में स्पष्टीकरण के आदेश भी मौके पर दिये। उन्होंने कहा नगर निगम एवं प्राधिकरण के अधिकारियों की संलिप्तता पाये जाने पर सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।आयुक्त ने कहा कि सरकारी भूमि पर कब्जे तथा बेसमेंट से निकले खनिज की चोरी कर अवैध रूप से बन रहे भवनोँ के स्वामियों के खिलाफ भी मुकदमें दर्ज कराये जाएंगे।
अवैध निर्माण वो भी नजूल व रेलवे भूमि पर किया जाता है..जिसे देखने की ज़हमत कोई अधिकारी नही करता…
आपको बता दें कि बनभूलपुरा में कभी बहुत कम लोग ही निवास करते थे।लेकिन इन कालोनियों में विद्युत विभाग,जल संस्थान के बहुत कम कर्मचारी जाते थे क्योंकि उनसे दुर्व्यवहार किया जाता था।बस्ती में उन्हें मार पीट का डर रहता था।फिर वोट बैंक के लालच में राजनीतिक दलों ने इन बस्तीवासियों को अपना संरक्षण देना शुरू किया।दोनों ही बड़े दलों ने इन कालोनियों से लाल बत्ती धारी ब्रिगेड तैयार की।जिसका फायदा उन्हें चुनावों में मिलता रहता है। मुख्य बात यह कि कल जो कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत एवं आई.जी. नीलेश आनन्द भरणे ने दल बल के साथ बनभूलपुरा जाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त किये जाने का आदेश किया।यह वास्तव में बड़ा मामला है। अगर यह कार्य बहुत वर्षों पहले किये जाते तो आज इतनी बड़ी जनसंख्या यहाँ पर निवास न करती। इस स्थलीय निरीक्षण में सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, उपजिलाधिकार मनीष कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी मनोज काण्डपाल के साथ ही विद्युत महकमें के अधिकारी तथा पुलिस विभाग के कई अधिकारी दल बल के साथ मौजूद रहे।हालांकि उक्त अवैध निर्माण ध्वस्तीकरण के समय स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इस इस फैसले का भारी विरोध किया।जिस पर प्रशासन ने सीलिंग की कार्यवाही कर फिलवक्त लोगों की नाराजगी से मुक्ति पायी।अब मामले में सरकारी कार्य में दखल के मुकदमें वीडियो फुटेज के आधार पर दर्ज किये जायेंगे।