कोविड-19 की देश में फिर होने वाली है ..दस्तक या यह है कोई राजनीतिक षड्यंत्र…
भारत में कोविड-19 के किसी भी वर्जन से फिलवक्त आमजन को डरने की कोई जरूरत नही है।महामारी के जो चाइनीज़ वीडियोज़ भारतीय न्यूज़ चैनलों पर चलाये जा रहे हैं।और इससे जो खौफ़ फैलाने का काम मीडिया के जिम्में किया गया है। वह वास्तव में अफसोसजनक है।भारत में वर्ष 2022 के शुरुआती महीनों के बाद ही कोविड का ग्राफ़ लगातार घटता रहा है।आज ही केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने चिट्ठी लिखकर काँग्रेस द्वारा चलाई जा रही “भारत यात्रा” को कोविड के चलते रोके जाने की हिदायत दी है।
जबकि गूगल से प्राप्त ग्राफ़ से समझा जा सकता है कि अभी देश में हालात चिन्ताजनक तो बिल्कुल नही हैं।हालांकि इस महामारी का पूर्व में दंश झेल चुके देश में एहतियातन सावधानी बरतने में कोई परेशानी नही है।लेकिन देशवासियों को केवल मास्क,विवाह समारोहों में कम गेदरिंग व सोशल डिस्टेंसिंग से ही इसका हल निकलता नही दिखता है।इसके लिए कुछ बड़े निर्णय भारत सरकार को लेने चाहिए।जिन पर अभी तक कोई ध्यान नही नही दिया गया..? केवल राजनीतिक प्रतिशोध के चलते भी कोई कोविड प्रोटोकॉल जारी नही किया जाना चाहिए।
कोविड-19 का दुष्प्रचार कहीं राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के लिए कोई सोची समझी साज़िश तो नही…?
कोरी राजनीतिक सरगर्मियों के लिए कोविड महामारी का खौफ़ बनाना ठीक नही है क्योंकि बिहार से लेकर बंगाल के विधानसभा चुनावों में भयंकर कोविड-19 की लहर के बाद भी सत्तासीनों की बड़ी-बड़ी बेख़ौफ़ रैलियाँ देशवासियों से छिपी नही रहीं। यहाँ तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,गृह मंत्री अमित शाह सहित सैकड़ों पार्टी सांसदों, विधायकों की टीमें पूरी ताक़त के साथ प्रचार-प्रसार में जुटी रही।जबकि लोग इस महामारी से मरते रहे। अब जबकि कोविड-19 के मामले देश में नगण्य हैं व इस महामारी से मौतों का आँकड़ा भी बहुत कम है। ऐसे वक्त में देश पर प्रतिबंधों व एहतियातों को केवल आमजनों के लिए लादना कितना उचित होगा..? जबकि चीन की वास्तविक वस्तुस्थिति का ठीक-ठीक किसी को भी पता नही है।अचानक देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों में चाइना में तेजी से फैलते कोविड व उससे होती मौतों की खबरें एक,दो दिनों से प्रचारित थी। नतीजतन देश मे जल्द कोविड प्रोटोकॉल लागू किये जाने की हिदायतें जारी होने की प्रबल संभावनाएं बन गई।
चाइना से हो रहे वृहद आयातों पर जल्द लगाये जाने चाहिए प्रतिबंध..केवल तभी मिलेगी राहत…
कुलमिलाकर विदेशों से आ रही फ्लाइट्स को समय रहते नियंत्रित कर व विदेशों विशेषकर चाइना से जो इम्पोर्ट किया जा रहा है उसे फिलवक्त निलंबित किये जाने की बड़ी आवश्यकता है। यदि चाइना से आयात पर जल्द ही प्रतिबंध नही लगाया गया तो महामारी नियंत्रण के लिए भारत में लगाये जाने वाले प्रतिबंध गौण ही माने जाएंगे। मतलब अगर कोविड महामारी को रोकना है तो केंद्र सरकार को विदेशी आयातों पर जल्द ही प्रतिबंध लगाने होंगे अन्यथा कोविड की दूसरी लहर जो कि 2021 में आयी थी।वैसा मंज़र होने में बिल्कुल देर नही लगेगी। फिर पछताए होत क्या..जब चिड़िया चुग गई खेत…