नैनीताल – सूबे के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने नैनीताल जन संवाद किया है। इस दौरान जनता की सुझाव लेने पहुंचे डीजीपी के सामने नैनीताल में पर्यटन कारोबारियों ने समस्याओं का अंबार लगा दिया… होटल कारोबारियों ने शहर में पुलिस की खराब व्यवस्थाओं को डीजीपी के सामने रखा तो होटल मालिक पर्यटकों को दूसरी जगह जबरन भेजे जाने से भी नाराज दिखे। वहीं जू रोड़ के लोगों ने डीजीपी को कहा कि पुलिस स्थानीय लोगों को परेशान कर शटल सेवा अपने फायदे के लिये लगा रही है। वहीं साइबर ठगी से लेकर आम आदमी को हो रही दिक्कतों पर भी डीजीपी को जानकारी दी गई है। हांलाकि इस दौरान डीजीपी ने कहा कि इन सभी समस्याओं को जल्द दूर करेंगे..पूरे कार्यक्रम के दौरान सिर्फ एक महिला आशा शर्मा को ही पुलिस की व्यस्था ठीक लगी जिस पर कुछ कारोबारियों ने चुट्की भी ली…और डीजीपी को कहा कि 150 लोगों में सिर्फ एक को ही आपकी व्यवस्था ठीक दिखी इस लिये वो धन्यवाद के अधिकारी हैं।
क्या कहा नैनीताल के लोगों ने डीजीपी को……
- डीजीपी अशोक कुमार के संवाद कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने पुलिस महानिदेशक को खुब सुनाया है।
इस दौरान नैनीताल होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने कहा कि हर पर्यटक के मौलिक अधिकार हैं और अगर कोई नैनीताल आना चाहता है तो उसके हकों को छिना नहीं जा सकता और उसको अन्य स्थानों के लिये डाँयवर्ड़ नहीं किया जा सकता है। होटल एसोसिएशन ने कहा कि पुलिस बेवजह पर्यटकों को परेशान कर रही है और नैनीताल आने से रोक रही है।
इसके साथ ही होटल कारोबारी प्रवीण शर्मा ने कहा कि पुलिस की गलत नीतियों के चलते गुजरात और बंगाल समेत अन्य स्थानों के ट्रैवलर अब नैनीताल पर्यटकों को नहीं लाना चाहते हैं क्योकि यहां उनको आंखरी वक्त पर परेशान किया जाता है।
बीजेपी नेता भानू पंत ने कहा कि नैनीताल पुलिस की यातायात व्यवस्था एकदम फेल है और जू रोड़ पर जाम की समस्या बनी रहती है सड़कों पर खड़ी गाडियों से सब लोग परेशान हैं लेकिन अपने फायदे के लिये पुलिस सिर्फ शटल सेवा वालों की आवोभगत में लगी रहती है।
पंगूट होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी त्रिभूवन फर्तियाल ने कहा कि पंगूट जाने वाले वाहनों को भी पुलिस द्वारा रोका जा रहा है जब्कि उनको नहीं रोका जाना चाहिये ऐसे में नैनीताल के आस पास का टूरिज्म भी खराब हो रहा है।
बीजेपी मण्डल अध्यक्ष आनंद बिष्ट ने कहा कि कुछ ही घंटे चौराहों पर पुलिस दिखती है वो भी वीक एंड़ के दौरान उन्हौने मांग की है कि पूरे सीजन के दौरान सभी चौराहों पर पुलिस की ड्यूटी लगाई जाए।
होटल शिवराज के मालिक ने कहा कि साइबर ठगी के मामले सबसे ज्यादा बढ रहे हैं और लगातार होटलों को निशाना ठग बना रहे हैं ऐसे में जल्द कोई कार्रवाई करनी होगी..
नैनीताल के सभासद गजाला कमाल ने कहा कि शहर में स्मैक का कारोबार खूब फल फूल रहा है और सेंट जोसफ स्कूल के आस पास के साथ कई नए स्पाँटों पर स्मैक बेची जा रही है और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है अगर नैनीताल को बचाना है को स्मैक को जड़ से खत्म करना होगा।
वहीं नैनीताल व्यापार मण्डल अध्यक्ष किशन सिंह नेगी ने कहा कि स्मैक के चलते कई घरों के चिराग बुझ रहे हैं कोई माँ बाप को मार रहा है तो कोई आत्म हत्या कर रहा है पिछले दिनों से कई मामले सामने आ रहे हैं ऐसे में इन स्मैक के छोटे कारोबारियों के बजाए बड़े कारोबारियों तक पुलिस पहुंचे। वहीं अवैध रुप से चल रह बाहरी लोगों की होटल गाइड़ पर भी कार्रवाई की मांग की है जिनके चलते शहर की बदनामी हो रही है। कुछ सात नम्बर वाले इलाकों के लोगों ने भी स्नोव्यूह वाले पर्यटन स्थल के लिये यातायात सुगम करने की मांग की है।
नैनीताल के हरीश राणा ने डीजीपी को कहा कि नैनीताल में लगातार बाहरी लोगों का दखल बड़ रहा है और कुछ दिन पहले बीयर की बोतल में स्वास्तिक का निशान होने की शिकायत एसएसपी को की थी लेकिन आज तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ..हल्द्वानी और नैनीताल इस वक्त खासा चिंता करने वाले शहर हैं क्योंकि मैट्रोपोल और रेलवे बाजार से अतिक्रमण हटाया जाना है जिससे टकराव की स्थिति बन रही है वहीं घोड़ा स्टेंड़ में अतिक्रमण हटाने के दौरान आईएसआईएस का वीडियो जारी करने के मामले में भी कार्रवाई की मांग की है। वहीं जिला पंचायत सदस्य दीपक मेलकानी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में भी पुलिस को ध्यान देना होगा क्योंकि रेगुलर पुलिस के नहीं आने से अपराध बढ रहे हैं।
हांलाकि इस दौरान एसएसपी पंकज भट्ट ने कहा कि की स्मैक पर कार्रवाई लगातार पुलिस कर रही है तो पर्यटकों के लिये भी सुमग पर्यटन पर काम कर रही है लगातार जब भीड़ बढ रही है तभी लोगों को रोका जा रहा है।
वहीं डीजीपी ने कहा कि चारधाम यात्रा से लेकर पर्यटन सीजन के दौरान लोगों की भीड़ पहाड़ आ रही है पार्किंग के साथ अन्य व्यवस्थाओं को दुरस्त किया गया है साथ ही पर्यटकों को तब ही रुट बदला जा रहा है जब कोई दिक्कत आ रही हैं..वहीं पर्यटकों के मौलिक अधिकार पर डीजीपी ने कहा कि मौलिक अधिकारों का भी दायरा है अगर पर्यटकों को बीना रोके टोके यहां भेजा जायेगा तो शहर में जाम की स्थिति बनेगी जिससे शहर के लोगों के मौलिक अधिकार भी प्रभावित होंगे।