नैनीताल नगरपालिका के क्लॉक टॉवर के ठीक नीचे स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों व उनकी सिंथेटिक सामग्रियों का भारी मात्रा में किया गया है एकत्रीकरण..बड़े अग्निकांड के मुहाने पर…
सरोवर नगरी नैनीताल में नगरपालिका के ऐतिहासिक भवन को नगरपालिका प्रशासन ने आग में झोंकने की पूरी तैयारी कर रखी है।आजकल गर्मियों की शुरुआत होते ही पहाड़ों व मैदानी भागों में दावानल की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं।लेकिन नगरपालिका नैनीताल इसमें सिंथेटिक सामग्रियों का एकत्रीकरण करके इन खतरों से बिल्कुल अंजान बना हुआ है।पालिका गठन के दो माह पूर्ण हो चुके हैं पर इस खतरे की चिंता न तो चेयरमैन नगरपालिका को है और न ही नगरपालिका प्रशासन को इसका कोई भय है।आपको बता दें कि विगत कुछ वर्षों से क्लॉक टॉवर के ठीक नीचे स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों व उनकी सिंथेटिक सामग्रियों का एकत्रीकरण किया गया है।जिसका सुधलेवा कोई नही है।यहाँ आपको यह बताना आवश्यक है कि नैनीताल नगर निगम का औपचारिक रूप से गठन 3 अक्टूबर 1850 में हुआ था। तथा यह उत्तर पश्चिमी प्रान्त का दूसरा नगर बोर्ड था।जिसे गौथिक शैली में पत्थरों व लकड़ी से बनाया गया था।
स्टार ख़बर की खबर से नगरपालिका में मची हलचल..जल्द सामग्री हटाने के दिये निर्देश…
स्टार ख़बर ने उक्त संबंध में दीपक गोस्वामी अधिशासी अधिकारी नगरपालिका नैनीताल से जब संबंध में जानकारी चाही तो उन्होंने तुरंत अधीनस्थों से पूछताछ कर उक्त सामग्री को हटाने के निर्देश दे दिए।उनसे पूछा गया कि अवैध फड़ कारोबारियों के जप्त सामग्री को रखने का स्थान आपके पास नही है तो फिर इन स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों व उनकी सिंथेटिक सामग्रियों को क्यों बरसों से एकत्रित किया गया है।दीपक गोस्वामी ने कहा कि पूर्व अधिशासी अधिकारी नगरपालिका नैनीताल द्वारा उक्त सामग्री को रखने की इजाज़त दी गई थी लेकिन इसे जल्द ही यहाँ से हटा दिया जाएगा।