कार्रवाई कब.. मुख्यमंत्री के आदेश का पालन नहीं हुआ तो कमिश्नर ने संभाला मोर्चा…लेकिन कमिश्नर की भी नहीं मानते अधिकारी….

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रिपोर्टर – तनुजा बंगारी बिष्ट

नैनीताल – मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी नैनीताल में अवैध बस्तियों पर जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर सका है..ये खुलाशा तब हुआ जब कमिश्नर ने इन घोड़ा स्टेंड़ के पास अवैध बस्तियों का निरिक्षण किया है। वन और पालिका की जमीन पर करिब 20 से ज्यादा कच्चे मकान बने हैं तो होटल भी यहां कई सालों से चलाया जा रहा है..वहीं कई बाहरी लोग तो घोड़ा के साथ अन्य काम काजों में भी लिप्त हैं। घोड़ा स्टेंड पर ही अवैध रुप से दुकानों का संचालन भी वन जमीन पर मिलने से कमिश्नर का पारा चढ गया जिसके बाद विभाग के अधिकारियों को 2 दिन का अल्टीमेटम कमिश्नर के दिया है। कमिश्नर कुमाऊं ने प्राधिकरण वन विभाग और नगर पालिका को फटकार लगाते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिये हैं और एक हफ्ते में इस सभी को हटाने को कहा गया है। इस दौरान पाया गया कि जमीनों पर कब्जा कर बाहरी लोगों ने घर बना दिया है जिसमें सरकार के अधिकारियों ने ही बिजली पानी का कनेक्शन तक दे दिया है। यही नहीं पालिका और वन विभाग की जमीन पर यहां एक होटल भी तैयार किया गया है जिसकी भनक तक नहीं लग सकी है। हांलाकि निरिक्षण के दौरान होटल कर्मचारी ने माना की उसको प्राधिकरण का नोटिस मिला है लेकिन कैसे ये होलट इतने सालों से चल रहा है उसका किसी के पास उत्तर नहीं मिल सका है।
कमिश्नर कुमाऊँ दीपक रावत ने इस दौरान पालिका वन विभाग और प्राधिकरण को आदेश दिया है कि जो भी अवैध मकान या झोपड़ी नजूल या वन भूमि में बने हैं उनको तत्काल हटाया जाए और जो कोई कार्रवाई में आड़े आता है उस पर सरकारी काम में बाधा का मुकदमा दर्ज किया जाए। कमिश्नर ने कहा है कि अगर ये खाली नहीं करते हैं तो घोड़ों का लाइसेंस निरस्त करें…कमिश्नर ने कहा कै कि जिला प्रशासन को भी कहा है कि ऐसे मामलों को देखा जाए और शुरुआत में ही इनको अवैध तरिके से बसने से रोका जाए।

मालरोड़ से लेकर पंत पार्क तक ईओ की लगी क्लास…ईओ बोले सिर्फ जी सर..

कमिश्नर ने मालरोड़ से लेकर पंत पार्क तक का निरिक्षण भी किया इस दौरान कमिश्नर ने ईओ को जमकर फटकारा है कमिश्नर दीपक रावत ने अवैध तरिके से दुकानें और गंदगी का संज्ञान लिया जिसके बाद ईओ पालिका की क्लास भी ली है। पंत पार्क में अवैध तरिके से लग रही दुकानों पर दीपक रावत ने ईओ से इनके लाइसेंस और कार्ड़ के बारे में पूछा तो कोई उत्तर ईओ नगर पालिका के पास नहीं था कमिश्नर कुमाऊँ ने आदेश दिया है कि इन पर कार्रवाई करें कमिश्नर ने पाया कि कई दुकानें पालिका कर्मचारियों के परिवार के लोगों की हैं तो बिना फूड़ लाइसेंस के ये लोग दुकानें लगा रहे हैं..हालांकि इस दौरान लग रही फटकार में ईओ के पास सिर्फ एक ही जवाब था जी सर,,वहीं कमिश्नर ने आदेश दिया है कि इस मामले में हाईकोर्ट के आदेशों का पालन किया जाए और सफाई व्यवस्था दुरस्त किया जाए….

बाहरी लोगों के लिये सीएम भी है सख्त….

दरअसल पिछले दिनों नैनीताल मे बाहरी लोगों के घूसपैठ पर सीएम खुद संज्ञान ले चुके हैं और जिला प्रशासन को इस पर कार्रवाई करने के आदेश दे चुके हैं। हांलाकि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है तो सत्यापन अभियान भी सही तरिके से लागू नहीं हो सका है और पुलिस भी सिर्फ खानपूर्ति में लगी है। खास तौर पर तल्लीताल और घोड़ा स्टेंड़ बारापत्थर में सीएम कार्यालय भी सख्त हैं हांलाकि अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर सवाल जिला प्रशासन पर भी उठ रहे हैं कि क्यों अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई…..