उत्तराखंड का कीवी मैन सगत सिंह…किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य..ऑफ सीजन में लाखों की कमाई से जुड़ें किसान…

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नैनीताल – पहाड़ में किसान जंगली जानवरों से परेशान है…लोग खेती छोड़कर पलायन कर रहे हैं तो जो पहाड़ में हैं कि उनकी फल सब्जी को जानवर नुकसान दे रहे हैं। हांलाकि नैनीताल कीवी मैन सगत सिंह ने इन किसानों को आत्मनिर्भर बनाकर आय बढाने की ठानी है।

न्यूजीलैंड के फल नैनीताल में..

निगलाट गांव की जलवायु न्यूजीलैंड़ के फल कीवी के लिये मुफीद हो रही है ये सब हो सका है 88 साल के कीवी मैन सगत सिंह की मेहनत से। आँफ सीजन में मुनाफे की खेती से अब अन्य लोग भी जुड़ रहे हैं तो 2 से 3 लाख की आमदनी भी हो रही है। सिर्फ फल ही नहीं बल्कि औषधिय गुणों वाले इस फल को पहाड़ में फैलाने के लिये किसान सगत सिंह अपनी खुद की नर्सरी से हजारों पेड़ उत्तराखण्ड के साथ पौंध नेपाल सिलांग मेघालय,नागालैंड़ के साथ कई राज्यों में भी भेजा गया है। यूपी में उन्नत किसान का पुरस्कार प्राप्त 88 साल के किसान सगत सिंह की मन में कल्पना है कि कीवी को पूरे राज्य के किसानों का आय का जरिया बने। कीवी मैन सगत सिंह कहते हैं कि उनका लक्ष्य है कि हर किसान 2 पेड़ जरुर लगाए ताकी कुछ आय हो सके। सगत सिंह कहते हैं कि इसको बंदर और जानवर नहीं खाते हैं साथ ही औषधियों का भंडार भी इस कीवी में है जी किसान और ग्राहक दुकानदार सबके लिए फायदेमंद है। वहीं सगत सिंह नर्सरी भी तैयार करते हैं जिसमें हर साल 5 हजार पेड़ तैयार कर रहे हैं।

ये हैं फायदे. यहां होगी खेती

दरअसल कीवी न्यूजीलैंड़ का फल है और इसको उगाने के लिये 15 हजार की ऊचाई की जरुरत होती है तलहटी में तभी इसकी खेती की जा सकती है जब उस स्थान पर पाला और ठंड़ हो। तोमरी हवार्ड अलिसन समेत 5 प्रजातियों की इस कीवी की खास बात ये है कि ना तो इसे लंगूर बंदर खाते हैं और ना की चिडिया इसको नुकसान पहुंचाती है। अक्टूबर से दिसंबर तक तैयार होने वाली इस कीवी के खेती में भण्डारण की भी समस्या नहीं है तो 2 से 3 महिनों तक इसको सुरक्षित रखा जा सकता है। 28 औषधी गुणों से युक्त कीवी डेंगूं की बिमारी में भी रामबाण होने अब नैनीताल में सरकार भी मिशन कीवी के तहत किसानों को इसकी खेती से जोड़ रही है। सहायक उद्यान अधिकारी राजीव बर्मा कहते हैं कि कीवी मिशन के तहत किसानों को जोड़ा जा रहा है जिसमें 6 से 8 हेक्टेयर क्षेत्र में 3 हजार पेड़ लगाएंगे, साथ ही 80 प्रतिशत सब्सिडी भी किसानों को दी जा रही है। राजीव कुमार ने कहा कि ये फसल को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है।