नैनीताल – नैनीताल में पालिका दफ्तर में जाकर ईओ को धमकाने और गाली गलौंच पर पालिका कर्मचारी झुकने को तैयार नहीं है। पालिका ने अब ये साफ कर दिया है कि रंगमंच और रंग कर्मियों के लिए रंगशाला खुला रहेगा लेकिन बत्तमीजियाँ करने और गाली गलौंच 3 इदरीश मालिक पवन जावेद की एंट्री बंद रहेगी। पालिका ने कहा है कि सभी रंगकमियों को पालिका मदद करेगी लेकिन उसके लिए पालिका से ही अनुमति लेनी होगी। वहीं अब समझौता करने आये प्रशासन ने भी माना कि गलत तरह से पोस्टर लगे थे जो नहीं वहां की खूबसूरती खराब कर रहे थे। आपको बतादें की पिछले दिनों कुछ लोग जो खुद को रंगकर्मी बता रहे थे वो गैंग बनाकर पालिका पहुंचे और और ईओ से समान छीनने का प्रयास किया लेकिन प्रशासन कार्रवाई के बजाए समझौते का दबाव डाल रहा है। इस दौरान पालिका अध्यक्ष सचिन नेगी ने कहा कि नाटक इस स्थान पर होते रहेंगे और सभी रंगकर्मियों को पालिका का पूरा समर्थन हैं सहयोग पूरा पालिका देगी लेकिन बत्तमिजियां की थी वो इसमें नहीं जाएंगे। वहीं एडीएम अशोक जोशी ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा जो भ्रम फैलाया जा रहा है प्रशासन ने ईओ पर दवाब ड़ाला है कि समझौते के लिये फटकार लगाई ये बात गलत है लेकिन जरुर है को पोस्टरों से भी खुबसूरती उस स्थान की खराब नहीं होनी चाहिये एडीएम ने कहा कि उन्हौने कहा कि ओएटी में कुछ ही पोस्टर लगाएं ऐसा ना हो की पूरा ओएटी ढक जाए कोई ईओ से साँरी नहीं मांगा गया है। वहीं कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि अगर तीन लोग दिखते हैं और कुछ बवाल होता है तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
यहां से उपजा विवाद…
दरअसल नैनीताल के रंगकर्मियों ने पालिका पर पोस्टर हटाने का आरोप लगाते हुए गैंग बनाकर दल बल के साथ पालिका पहुंचे जिसके बाद उन्हौने ईओ पालिका अशोक कुमार से बदसलूकी की और मोबाइल कोट दवा लूटने का प्रयास किया मोबाइल तो एक रंगकर्मी ने लूट लिये..और ये रंगकर्मी कहते रहे कि 25 हजार की नुकसान के लिये ईओ का कोट उतारो..इस दौरान ये रंगकर्मी लगातार गाली गलौंच अपशब्दों का इस्तेमाल करते रहे जब यहां जी नहीं भरा तो इसके बाद पालिका अध्यक्ष यानि शहर के प्रथम नागरिक से भी बत्तमिजियां इन लोगों ने की थी। हांलाकि इस मामले में पालिका कर्मचारी आन्दोलन पर हैं और ईओ पालिका की ओर से तीनों रंगकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।