नैनीताल – 29 मई 2022 को चन्दन सिंह गोनिया की हत्या के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।,खास बात ये है कि इस हत्या में पत्नी यशवन्ती ही हत्यारन निकली है। जिसने फोन कर चंदन को अपने मायके अमजड बुलाया,दरअसल 31 मई को यशवन्ती द्वारा चन्दन को फोन कर अमजड बुलाया जिसके बाद 1 जून को मृतक के साले दिनेश द्वारा चन्दन को फोन कर डुंगरी बैण्ड मे रुक जाने व उसे खुद गाड़ी लेकर लेने हेतु आने की सूचना दी। जिस पर चन्दन 1जून को अपने घर गौनियारों से अपने ससुराल अमजड़ को आया जो शाम को पतलोट से पैदल-पैदल अमजड़ को आया तथा रास्ते में ही ग्राम डुंगरी से लापता हो गया। परिजनों द्वारा काफी तलाश करने पर जब वह नहीं मिला तो घटना के कुछ दिनों पश्चात गुमशुदा चन्दन उपरोक्त का शव 6 जून को डुंगरी धार के नीचे जंगल से बरामद हुआ। इस पर मृतक चन्दन के भाई सुरेश गोनिया द्वारा घटना के सम्बन्ध में थाना मुक्तेश्वर में धारा 302 की FIR अज्ञात के खिलाफ दर्ज किया।
इस घटना के सम्बन्ध में प्रारम्भ से ही वादी पक्ष द्वारा मृतक के ससुराल पक्ष पर चन्दन की हत्या किये जाने का शक व्यक्त किया जा रहा था शक के आधार पर गठित नैनीताल पुलिस टीम द्वारा दिनांक 27 जुलाई 2022 को मृतक की पत्नी यशवन्ती, साला दिनेश रावत व मृतक की पत्नी का जीजा नरेन्द्र मेवाड़ी का पॉलीग्राम टेस्ट कराया गया।
चूंकि घटनास्थल दूरस्थ राजस्व क्षेत्र होने व उचित संसाधन न होने के चलते डीआईजी कुमायूँ परिक्षेत्र नैनीताल व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल द्वारा क्षेत्राधिकारी भवाली प्रमोद शाह के नेतृत्व में हत्याकाण्ड के अनावरण हेतु एक SIT टीम का गठन किया गया साथ ही जनपद SOG को भी प्रकरण के अनावरण हेतु लगाया गया। प्रकरण के संवेदनशील होने के कारण एसएसपी द्वारा अभियोग मे नियमित रूप से समीक्षा की गयी तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये व पुलिस अधीक्षक अपराध नैनीताल तथा क्षेत्राधिकारी भवाली द्वारा भी घटना के अनावरण हेतु कई दिन तक घटनास्थल के पास कैम्प किया गया SIT टीम व SOG द्वारा गांव-गांव जाकर लगभग 250 से अधिक लोगों से घटना के सम्बन्ध मे पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान अभियुक्त पक्ष के कथन बार-बार बदलते दिखे तथा शक उत्पन्न हुआ कि 29 मई को रामलीला देखने आई यशवन्ती ने 01 जून को ही चन्दन को क्यों बुला लिया।
ये निकली चंदन की हत्या की वजह
दरअसल सामने आया कि यशवन्ती व चन्दन का विवाह लगभग 03 वर्ष पूर्व हुआ था दोनो में कुछ बातो को लेकर दाम्पत्य जीवन ठीक नहीं चल रहा था और यशवन्ती अपने पति चन्दन से मुक्त होना चाहती थी। इसके लिये यशवन्ती ने दिनेश रावत को अपनी बहन होने का वास्ता दिया तथा कहा कि आज मैने चन्दन को बुला रखा है तुम उसे मार दो नहीं तो मैं मर जाऊंगी।
दिनांक 01 जून 2022 को अमजड गांव में पूजा थी तो गांव के अधिकांश लोग पूजा मे देवीधुरा गये थे तथा दिनेश व कमल भी देवीधुरा मे गये थे। दिनेश ने कमल को अपनी बहन का दर्द सुनाया जिस पर कमल रावत उसकी मदद को तैयार हो गया जिस पर योजना बनाकर दिनेश ने अपने साथी कमल रावत के फोन से चन्दन को फोन किया तथा डुंगरी बैण्ड में ही रूकने को कहा तथा कहा कि डुंगरी से ही खा पीकर आयेंगे तथा शाम को रामलीला से दिनेश और कमल चुपचाप कमल की गाड़ी लेकर डुंगरी बैण्ड पहुंच गये तथा चन्दन से हरेन्द्र को फोन करवाकर इस बात का विश्वास दिलवा दिया कि वह गांव पहुंच गया है उसे लेने आने की आवश्याकता नहीं है। इसी दौरान हत्यारों ने मिलकर घटनास्थल पर चंदन को पत्थरों से मारकर हत्या कर दी तथा उसका शव नीचे जंगल में फेंक दिया तथा लोगो की नजरो मे बने रहने के लिये दोनो चुपचाप रामलीला में आ गये।
कई चरणों की पूछताछ व अभियुक्तगणों के लगातार बदलते बयानों व पॉलीग्राफ टेस्ट के आधार पर दिनेश रावत व कमल तथा यशवन्ती ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। जिन्हें चन्दन की हत्या किये जाने के सम्बन्ध में गिरफ्तार किया गया है।
जिसका खुलासा करते हुए सीओ भवाली प्रमोद कुमार साह क्षेत्राधिकारी भवाली की अध्यक्षता में भवाली थाना परिसर में किया गया।
हत्याकांड के सफल अनावरण एवं हत्यारों की गिरफ्तारी पर पुलिस टीम के उत्साहवर्धन हेतु श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल महोदय द्वारा 5000 रुपये के ईनाम की घोषणा की गयी है।
*हत्या में शामिल अभिगण
01- कमल सिंह रावत पुत्र चेत सिह रावत निवासी ग्राम अमजड़ पट्टी पदमपुर तह) धारी जिला नैनीताल उम्र 25 वर्ष,
02- दिनेश सिंह रावत पुत्र चन्दन सिंह रावत निवासी ग्राम अमजड़ पट्टी पदमपुर तह) धारी जिला नैनीताल उम्र-22 वर्ष
03- यशवन्ती देवी पत्नी स्व0 चन्दन सिंह गोनिया पुत्री चन्दन सिंह रावत निवासी ग्राम अमजड़ पट्टी पदमपुर तहसील-धारी जिला नैनीताल उम्र 21 वर्ष।
*बरामदगी* एक अदद पत्थर आला कत्ल।