नैनीताल – नैनीताल में नंदा देवी मेला विवादों में पड़ गया है। आज बकायदा सभासदों ने ठेकेदार और अपनी ही पालिका पर बड़े सवाल उठाए हैं। अनुमति नहीं होने के बाद भी झूले का दिन में संचालन होता रहा तो पालिका के अधिकारी भी ठेकेदार ले सामने नतमस्तक हो गए और दिन भर झूले चलते रहे जबकि मेला अधिकारी एसडीएम नैनीताल अनुमति सिर्फ 7 सितंबर तक कि दी गयी थी। वहीं पास नहीं चलने पर भी पालिका सभासदों ने जनता को ठेकेदार और झूला स्वामी द्वारा ठगने का आरोप लगाया है। जबकि ये वीआईपी पास प्रशासन और पालिका ने ही बाटे थे।
पढ़े एसडीएम के दिये अनुमति पत्र
आज नैनीताल में पालिका सभासदों ने बाकायदा इस फर्जीवाड़े पर कार्रवाई की मांग की है। 7 नम्बर के सभासद पुष्कर बोरा ने कहा कि उन्हौने एक भी पास नहीं लिया लेकिन ठेकेदार से 5 हजार के पास खरीदे लेकिन वो पास भी ठेकेदार द्वारा पैंसे लेने के बाद भी नहीं चलाये गए जिसमें वो ठगे गए हैं। सभासद पुष्कर बोरा ने कहा कि पालिका द्वारा की मेले के टेंडर और दुकानों के आवंटन की जांच होनी चाहिए ताकि इस भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई हो सके। सभासद ने ठेकेदार को ब्लैकलिष्ट करने की मांग की है। आपको बतादें की पालिका ने नंदा देवी महोत्सव के लिए 7 तक टेंडर किया था लेकिन दुकान हटने के बजाय 8 को भी झूले और दुकान लगी हुई हैं। वहीं जनता ने भी ठेकेदार पर आरोप लगाया है कि ठेकेदार ने हर टिकट में 1 रुपया अधिक किया गया क्योंकि 59 के टिकट में 60 रुपये लिए गए है जिसमें 1 एक रुपये के हिसाब से लाखों की कमाई की गई है। इसकी भी जांच की मांग की गई है। नैनिताल में हुए विरोध के दौरान सभासद मनोज जगाती,कैलाश रौतेला,समेत अन्य मौजूद रहे ।