नैनीताल – नैनीताल में 3 महिने से सैलरी नहीं मिलने से सफाई कर्मचारियों के घरों की हालत खराब होने लगी है..सरकार से सैलरी की धनराशि नहीं मिलने से कर्मचारियों के परिवारों को संकट झेलना पड़ रहा है तो खाने पीने और स्कूल फीस की भी दिक्कतें आम होने लगी हैं। मामला तब और ज्यादा संवेदनशील हो गया जब नगर पालिका में एक कार्यक्रम के दौरान सफाई कर्मचारियों के बच्चों ने स्थानीय विधायक के आगे अपुनी पीड़ा जाहिर की है। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने विधायक से कहा कि उनके पापा को 3 महिने से कोई सैलरी नही मिली है और आप सरकार से बात कर उनको सैलरी दिला दें।
इसके बाद विधायक नैनीताल मंड़ल अध्यक्ष आनंद बिष्ट और अरविंद पडियार,मनोज जोशी, मोहन गजाला कमाल,कैलाश रौतेला समेत अन्य के साथ ईओ दफ्तर पहुंच गई..इसके बाद विधायक ने ईओ आलोक उनियाल से कर्मचारियों की सैलरी को लेकर चर्चा की और पूछा कि क्यों इनको 4 महिने से वेतन नहीं दिया गया है..ईओ आलोक उनियाल ने बताया कि स्टेट फाइनेंस से वेतन मिलती है और 5 करोड़ का बैकलाँक चला आ रहा है और सैलरी आने में दिक्कतें आई है..ईओ ने बताया कि शासन को पत्र लिखा है ताकि सफाई कर्मचारियों को सैलरी मिल जाए। ईओ ने जानकारी दी की हर महिने 1 करोड़ 90 लाख का खर्च सैलरी में आता है। वहीं नैनीताल विधायक ने इसके बाद निदेशक नवनीत पाण्डे से जानकारी ली है की सैलरी कब तक मिलेगी वहीं जानकारी के मुताबिक नवनीत पाण्डे ने कहा कि मंगलवार तक सैलरी का पैंसा नगर पालिका को दे दिया जायेगा जिसके बाद सफाई कर्मचारियों को सैलरी मिल जायेगी..
सफाई कर्मचारियों के समर्थन में सभासद कोर्ट में याचिका दाखिल करने की तैयार…
वहीं सफाई कर्मचारियों की सैलरी के संकट पर सभासद मनोज जगाती भी आगे आये हैं..3 महिने से सैलरी नहीं मिलने पर सभासद मनोज जगाती ने ईओ नगर पालिका को ज्ञापन दिया है और जल्द सैलरी देने की मांग उठाई है। मनोज जगाति ने मांग की है की कई महिने से सफाई कर्मचारियों को तन्ख्वा नहीं मिली है जिससे घर चलाना मुश्किल हो रहा है ऐसे में जल्द उनको सैलरी दी जाए। अपने पत्र में सभासद ने कहा है कि पेंशन और सैलरी के संकट से घर चलाना मुश्किल भरा है जिससे बच्चों की स्कूल फीस तक नहीं कर्मचारी भर पा रहे हैं..सभासद ने पालिका को कहा है कि अगर जल्द सैलरी का संकट नहीं दूर हुआ तो वो हाईकोर्ट में कर्मचारियों की लड़ाई लड़ेंगे।