पर्यटक सीज़न के दौरान फ्लैट्स ग्राउंड पर वाहन खड़े किए जाने से होती है खेल गतिविधियाँ प्रभावित..लेकिन आस्था के नाम पर मेले आयोजित करने के लिए मिलती है सवा माह की अनुमति…

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आस्था के नाम पर हो रहा खेला..पर्यटक सीज़न के दौरान फ्लैट्स ग्राउंड पर वाहन खड़े किए जाने से होती है खेल गतिविधियाँ प्रभावित…

सरोवर नगरी नैनीताल में सितंबर माह में नंदाष्टमी का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।इस वर्ष भी 20 से 27 सितंबर तक यहाँ वृहद आयोजन हुआ था।जिसके लिए लगभग 600 अस्थाई दुकानों का निर्माण किया गया था।और किसी बाहरी ठेकेदार को मोटी रकम में ठेके पर दे दिया गया।जिसने मुहँ मांगे दामों में एक सप्ताह के लिए इन अस्थाई दुकानों को बेच दिया। एक माह पूर्व बनाई गई इन अस्थाई दुकानों व झूले झमेले में से कुछ तो दो दिन पहले तक भी यहाँ लगा हुआ देखे गए। किंतु आज फ्लैट्स ग्राउंड पर जिला प्रशासन द्वारा उक्त लगाए गए झूलों को हटवा दिया गया है।क्योंकि यह झूले व अस्थाई दुकानें बिना प्रशासन की अनुमति के लगाए जा रहे थे।

जल्दी जाग गया जिला प्रशासन..आज एक माह बाद हटाये गए फ्लैट्स ग्राउंड से झूले व अस्थाई दुकानें…

जब इस संदर्भ में उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार से स्टार ख़बर की बात हुई तो उन्होंने बताया कि मेला लगाने वाले ठेकेदार द्वारा जब पुनः समयावधि बढ़ाने का निवेदन किया गया तो जिला प्रशासन द्वारा इस समयावधि को नही बढ़ाया गया।जिसके ख़िलाफ़ ठेकेदार उच्च न्यायालय चला गया।लेकिन वहाँ से भी उन्हें कोई राहत नही मिली।आखिर महीनों तक मेले लगाए जाने से क्या खेल गतिविधियाँ प्रभावित नही होती..? कैसे इतने लंबे समय तक फ्लैट्स ग्राउंड किसी को आर्थिक लाभ के लिए दिया जा सकता है इस सवाल पर उपजिलाधिकारी ने चुप्पी साध ली।