मुंबई – कहते हैं मुंबई कभी सोती नहीं है लेकिन कयामत की रात इस कदर भारी पड़ी की सरकार पर संकट खड़ा हो गया है। विधायकों के बागी तेवर और सरकार गिरने के खतरे के बीच अब महाराष्ट्र सरकार पर महासंकट के बीच अब राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी बिमार हो गये हैं..कोविड़ पाँजिटिव होने के बाद राज्यपाल कोश्यारी अस्पताल में भर्ती हो गये हैं तो वहीं बागी विघायक लौटने को तैयार नहीं है..कल सूरत गुजरात के बाद अब बागी विधायकों को गुवाहाटी शिफ्ट किया गया है बताया जा रहा है कि 40 विधायक सरकार के खिलाफ खड़े हो गये हैं..हांलाकि कुछ देर बाद महाराष्ट्र सरकार कैबिनेट बैठक करने जा रही है इससे पहले कांग्रेस के कमलनाथ शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच बैठक होने की संभावनाएं हैं। वहीं बागी विधायक लगातार हिंदुत्व का राग अलाप रहे हैं यानि बीजेपी के साथ बागी विधायकों की जाने की संभावनाएं प्रबल मानी जा रही हैं तो असम के मुख्यमंत्री हिमत बिस्व सरमा ने बाढ प्रभावित इलाकों के दौरे के बाद इन सभी विधायकों से बातचीत की है।
किसकी सरकार कुछ देर मे आर पार…..दल बदल कानून का भी खतरा…
अगर एकनाथ शिंदे के दावे पर भरोषा किया जाये तो सरकार का गिरना तय है और उलटी गिनती शुरु हो गई है। अगर देखा जाए तो बीजेपी प्लस के पास 118 विधायकों की संख्या है तो वहीं शिवसेना के पास 55 विधायक हैं वहीं एनसीपी के पास 53 विधायकों की संख्या तो कांग्रेस के पास 44 विधायक है 17 विधायक अन्य हैं। अब नए समिकरणों पर बात करें तो अगर शिवसेना में टूट होती है तो 35 विधायक बीजेपी के साथ जा सकते हैं जिससे सरकार बनाने के लिये 153 तक संख्या विधायकों की पहुंच सकती है जिससे बीजेपी आसानी ने से महाराष्ट में सरकार बना सकती है। हांलाकि जानकार कहते हैं कि बागी एकनाथ शिंदे को 37 विधायकों को पार्टी से तोड़ना होगा अगर ऐसा नहीं होता है तो इन सभी विधायकों पर दल बदल कानून लग सकता है जिनकी सदस्यता भी जा सकती है..वहीं इस बीच शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे उनके पूराने मित्र है कुछ भी ऐसा नहीं है जल्द लौटकर आ जाएंगे हमारी बातचीत जारी है।