उत्तराखंड के युवाओं में सिविल सर्विसेज के प्रति खासा क्रेज..सफल हुए अभ्यर्थियों को सूबे के वरिष्ठ आई.ए.एस अधिकारी दे रहे शुभकामनाएं…

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उत्तराखंड के युवाओं में सिविल सर्विसेज के प्रति खासा क्रेज..सफल हुए अभ्यर्थियों को वरिष्ठ आई.ए.एस अधिकारी दे रहे शुभकामनाएं…

कल आये संघ लोक सेवा आयोग यू.पी.एस.सी के परिणामों में उत्तराखंड के बहुत से बच्चों ने अच्छी रैंकिंग हासिल की है।उनके उत्साहवर्धन के लिए राज्य के अनेक जिलाधिकारियों व आयुक्त कुमाऊँ मंडल दीपक रावत ने इस परीक्षा में सफलता के लिए उनके आवास पर स्वयं जाकर बधाई प्रेषित की है।
जहाँ बागेश्वर की कल्पना पांडे को 102 वी रैंक प्राप्त करने पर जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने बुधवार को उनके घर गरुड़ दर्शानी खडेरिया पहुंचकर बधाई व शुभकामनाएं दी।वहीं कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत ने हल्द्वानी में दीक्षिता जोशी को 58 वीं रैंकिंग मिलने पर उनके पीलीकोठी आवास पर पहुँच कर व मीनाक्षी आर्या को उनके आवास दमुआदुंगा पहुँच कर बहुत बधाई दी।मीनाक्षी आर्या की रैंकिंग 444 रही।हल्द्वानी की दीक्षिता जोशी ने यह उपलब्धि बिना कोचिंग के ही हासिल की है।

सूबे सहित पूरा परिवार गौरवांवित महसूस कर रहा है..- महेश चंद्र तिवारी…

हल्द्वानी रामपुर रोड निवासी महेश चंद्र तिवारी जो कि यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में प्रशासनिक अधिकारी हैं उन्होंने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि उनका भतीजा देवव्रत जोशी जो कि कुर्मांचल कॉलोनी काशीपुर में रहता है उसने सिविल सर्विसेज परीक्षा में 125वीं रैंक हासिल की है।देवव्रत जोशी के पिता प्रकाश चंद जोशी इंटेलिजेंस ब्यूरो में कार्यरत हैं जबकि उनकी मां इंटर कॉलेज देवरी खटीमा में शिक्षिका हैं।देवव्रत जोशी की इस सफलता पर फूफा महेश चंद तिवारी ने खुशी जताते हुए कहा कि उनकी इस सफलता से पूरा परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा है।देवव्रत जोशी की बुआ दीपा तिवारी ने कहा कि देवव्रत शुरू से ही मेधावी छात्र रहा है।इसीलिए आज उसकी सफलता पर फक्र हो रहा है।

देश सेवा करना ही एकमात्र उद्देश्य..- देवव्रत जोशी

देवव्रत जोशी ने बताया कि वह प्रशासनिक सेवा के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। हालांकि जो भी क्षेत्र उन्हें मिलेगा वह निष्ठा के साथ उसे निभायेंगे।दिल से देश की सच्ची सेवा करना ही उनका एकमात्र उद्देश्य है।

सभी सफल कैंडिडेट्स की आई.ए.एस अधिकारी के पद पर नियुक्ति नही होती…

इस वर्ष सिविल सर्विसेज परीक्षा में 933 अभ्यर्थी सफल हुए है।पर सभी को आई.ए.एस अधिकारी के पद पर नियुक्ति नही मिलती है।लगभग 180 सफल अभ्यर्थियों को आई.ए.एस अधिकारी बनने का मौका मिलेगा। जबकि अन्य कैंडिडेट्स की आई.पी.एस, आई.आर.एस, आई.एफ.एस जैसे समकक्ष पदों पर नियुक्त होती हैं।इस वर्ष देश में इशिता किशोर ने संघ लोक सेवा आयोग की इस परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।