अब सलाखों के पीछे होगा प्यार..सर्प दंश हत्याकांड के मास्टरमाइंड,25 हज़ार के इनामी दो मुख्य आरोपी आये पुलिस की गिरफ्त में…

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अब सलाखों के पीछे होगा प्यार..सर्प दंश हत्याकांड के मास्टरमाइंड माही और दीप काण्डपाल आये पुलिस की गिरफ्त में…

15 जुलाई को हल्द्वानी के तीन पानी क्षेत्र में एक कार में शहर के प्रतिष्ठित व्यावसायिक परिवार के बेटे अंकित चौहान की लाश एक स्टार्ट कार में बरामद हुई थी।पोस्टमार्टम के बाद उसकी हत्या कोबरा साँप द्वारा डसवाकर हत्या करना साबित हुआ था।तथा कॉल डिटेल के आधार पर हत्या में संलिप्त सपेरे रमेश नाथ को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया था।जिसने अंकित चौहान के पूरे हत्याकांड से पर्दा उठा दिया।तभी पुलिस को पता चला कि माही ने सपेरे रमेश नाथ के साथ शारीरिक संबंध बनाने के साथ उसको दस हज़ार रुपये भी दिए गए।उसने जंगल से एक विषैला कोबरा सर्प पकड़ा था।माही द्वारा अंकित को शराब में कुछ नशा देकर बेहोश कर दिया गया जिसके बाद माही ने अपने प्रेमी दीप काण्डपाल व नौकर राम अवतार और उसकी पत्नी ऊषा देवी के साथ मिलकर बेहोश अंकित के हाथ पैर पकड़ लिए और सपेरे रमेश नाथ ने अंकित चौहान के दोनों पैरों पर कोबरा सर्प से ड्सवा दिया।

हल्द्वानी में सर्प दंश करवाकर हत्या करने के मुख्य आरोपी रुद्रपुर से हुए गिरफ्तार..-नीलेश आनंद भरणे आई.जी.पुलिस…

आई.जी.पुलिस नीलेश आनंद भरणे व एस.एस.पी नैनीताल पंकज भट्ट ने प्रेसवार्ता कर इन मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि आज 25 हज़ार के इनामी व हत्या के मुख्य आरोपी माही उर्फ डॉली और दीपू कांडपाल को पुलिस ने रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया है।अभी भी हत्याकांड के दो अन्य इनामी आरोपी जो कि माही के नौकरानी और नौकर अभी भी फरार हैं।पुलिस के अनुसार दीप कांडपाल भी माही का प्रेमी है। अंकित चौहान को रास्ते से हटाने के लिए दोनों ने मिलकर हत्या की योजना बनाई थी। साजिश में माही ने अपने नौकर हैदरगंज पीलीभीत उत्तरप्रदेश निवासी राम अवतार और उसकी पत्नी ऊषा देवी को भी शामिल कर लिया था।जिसे सपेरे रमेश नाथ की मदद से हत्या को अंजाम दिया गया।यह जानकारी भी सामने आई कि माही का दीप कांडपाल से पिछले 8 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था जबकि अंकित चौहान से उसका साथ 6 वर्षों का था। लेकिन यह भी अभी तक राज ही रह गया है कि अन्य किन बड़े लोगों के साथ माही के अवैध संबंध थे।क्या उन राजनेताओं व प्रभावशाली लोगों के नाम उजागर हो पाएंगे जिनसे माही को बड़ी फंडिंग होती थी यह बड़ा सवाल अभी बना हुआ है..?