तृतीय निर्मल पाण्डे स्मृति फ़िल्म फेस्टिवल का आगाज़ कल 10 अगस्त को…

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तृतीय निर्मल पाण्डे स्मृति फ़िल्म फेस्टिवल के लिए झील नगरी में कलाकारों का आना हुआ शुरू…

सरोवर नगरी में आज “भाभी जी घर पर हैं”फेम तिवारी जी,लड्डू के भईया,मतलब रोहिताश्व गौड़ तृतीय निर्मल पाण्डे स्मृति फ़िल्म फेस्टिवल के लिए यहाँ पहुँच गए हैं।एन.एस.डी में प्रशिक्षण के दौरान बीते पलों को याद करते हुए रोहिताश्व गौड़ ने बताया कि निर्मल पाण्डे “दाज्यू” के नाम से प्रसिद्ध थे।उन्होंने कई किस्से सुनाते हुए बताया कि निर्मल बहुत कम समय में अधिकाधिक उपलब्धियां हासिल करना चाहते थे।एन.एस.डी में ही एक दिन नीम के पेड़ के नीचे कुछ मामलों को लेकर प्रोटेस्ट चल रहा था।पहले तो निर्मल ने जोरदार भाषण दिया फिर प्रोटेस्ट के बीच ही निर्मल कहने लगे कि गर्मी बहुत है चलों नैनीताल चलते है।

हरफनमौला थे निर्मल दाज्यू..हमेशा जीवंतता ढूंढ़ा करते थे-रोहिताश्व गौड़…

रोहिताश्व गौड़ ने बताया कि निर्मल का एक टेलेंट बहुत बाद में पता चला।कि वो गाने कम्पोज करने की कला में भी माहिर थे। सटायर,जॉक्स से भरपूर मनोरंजन करते थे।जैसे हँसना व हँसाना ही उनके जीवन का मक़सद था।
रोहिताश्व गौड़ पुरानी यादों में जाते हुए कहते है कि एन.एस.डी में निर्मल पाण्डे को योगा में कोई रुचि नही थी।इसलिए संजय मिश्रा व निर्मल योगा क्लास अक्सर मिस कर देते थे।उनसे वज्रासन बिल्कुल नही होता था। लेकिन कला उनमें कूट कूटकर भरी थी।

स्थानीय कलाकारों व युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए ही इस फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन-निर्मल पाण्डे न्यास के संस्थापक अनिल दुबे

निर्मल पाण्डे न्यास के संस्थापक अनिल दुबे ने बताया कि निर्मल पहाड़ के कलाकारों को प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना चाहते थे इसलिये उनके नाम से ट्रस्ट बनाकर स्थानीय कलाकारों व युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए ही फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन तीन वर्षों से किया जा रहा है।कल 10 अगस्त 8.30 बजे इस फ़िल्म फेस्टिवल का उद्घाटन किया जा रहा है।जिसके बाद लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा।