“कैश फ़ॉर क्वेरी” मामले में टी.एम.सी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द..एथिक्स कमेटी की सिफारिश पर किसी एक सांसद को बर्खास्त करने का देश में पहला मामला..-स्टार ख़बर के लिए संजय नागपाल की रिपोर्ट…

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“कैश फ़ॉर क्वेरी” मामले में टी.एम.सी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द..अनैतिक व अशोभनीय आचरण के चलते हुई कार्यवाही..- ओम बिड़ला स्पीकर लोकसभा…

टी.एम.सी सांसद महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने रद्द कर दिया है।आज भाजपा ने वोटिंग होने की स्थिति में विहिप जारी कर अपने सांसदों की उपस्थिति को जरूरी कर दिया था। जिसका विपक्षी दलों ने भारी विरोध किया।आपको बता दें कि एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को काफी गंभीर मानते हुए उनके आचरण को आपत्तिजनक और अनैतिक करार दिया है। इसी को आधार बनाकर कमेटी ने महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने या फिर जांच की रिपोर्ट आने तक उनकी सदस्यता निलंबित करने की सिफारिश की है। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में भारत सरकार से इस पूरे मामले की समयबद्ध,कानूनी और संस्थागत जांच की सिफारिश करते हुए महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी के बीच पैसों के लेन-देन की भी गहन जांच करने की सिफारिश की है। कमेटी ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सिफारिश भी की है। क्योंकि कारोबारी हीरानंदानी ने एथिक्स कमेटी को भेजे अपने हलफनामे में महुआ मोइत्रा के खिलाफ लगे आरोपों को सही बताया था।

एथिक्स कमेटी की सिफारिश पर किसी एक सांसद को बर्खास्त करने का देश में पहला मामला..2005 में 10 सांसदों पर एक साथ गिरी थी गाज…

दरअसल “कैश फ़ॉर क्वेरी” मामले में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टी.एम.सी सांसद महुआ मोइत्रा पर संसदीय आई.डी का लॉगिन और पासवर्ड एक कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के साथ शेयर करने का आरोप लगाया था।उन्होंने कहा कि टी.एम.सी सांसद महुआ ने हीरानंदानी के कहने पर अडानी ग्रुप और पीएम मोदी पर निशाना साधा। इसके एवज में महुआ को कारोबारी से गिफ्ट मिला था।जिसकी शिकायत बी.जे.पी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से की थी। बिरला ने इस मामले को लोकसभा की एथिक्स कमेटी को भेज दिया था।नवंबर माह में ही कमेटी ने इसकी पूरी जाँच रिपोर्ट लोकसभा स्पीकर को भेज दी थी।जिस पर आज सत्ता पक्ष के सांसदों की सिफारिश पर स्पीकर ओम बिड़ला ने टी.एम.सी सांसद महुआ मोइत्रा को सदन से बर्खास्त कर दिया।लोकसभा की एथिक्स कमेटी की सिफारिश पर किसी एक सांसद को बर्खास्त करने का देश में यह पहला मामला है।महुआ मोइत्रा के निलंबन के बाद लोकसभा को 11 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।