उत्तराखंड में अब बनाई जाएंगी टनल पार्किंग..जिन क्षेत्रों में सरफेस पार्किंग के लिए स्पेस नही है।वहाँ बनेगी टनल पार्किंग..
उत्तराखंड देव भूमि के साथ ही विश्व विख्यात पर्यटन का केंद्र भी है।प्रतिवर्ष यहाँ लाखों की संख्या में पर्यटकों के साथ चार धाम यात्रा पर भी श्रद्धालु आते हैं। यहाँ आने वाले श्रद्धालु और सैलानियों के वाहनों के लिए कहीं भी पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था नही है।इस समस्या से निजात के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु ने टनल पार्किंग पर काम शुरू करने की कार्ययोजना तय की है।जिसके लिए अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने सभी डीएम को टनल पार्किंग के लिए स्थान तय करने के निर्देश पूर्व में दिए गए थे। इस योजना में
जिन क्षेत्रों में सरफेस पार्किंग के लिए स्पेस नही है।वहाँ अब टनल पार्किंग बनाई जाएंगी।
स्थान चयन की प्रक्रिया हो चुकी है पूरी..2025 तक 50 बड़ी पार्किंग बनाने का है लक्ष्य…
आपको बता दें कि 12 टनल पार्किंग स्थानों का चयन होने के बाद कार्यदायी संस्थाएं इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बना रहीं हैं। 12 टनल पार्किंग में से दो सरोवर नगरी नैनीताल में,पौड़ी में दो, टिहरी में छह व उत्तरकाशी में दो पार्किंग बनाई जानी हैं।जिसके लिए आर.वी.एन.एल, यू.जे.वी.एन.एल, टी.एच.डी.सी और एन.एच.आई.डी.सी.एल को कार्यदायी संस्था बनाया गया है।
सरोवर नगरी नैनीताल में भी तलाशी जा चुकी है टनल के लिए भूमि..
झील नगरी नैनीताल में भवाली रोड पर कैंट बोर्ड की जमीन पर और नेशनल ऑब्जर्वेटरी के पास पहले मोड़ पर दो स्थानों का चयन कर लिया गया है।साथ ही सरकार ने वर्ष 2025 तक प्रदेश में 50 बड़ी पार्किंग बनाने का लक्ष्य तय किया है।जिसे वर्ष 2030 तक 100 तक किया जाना है।इस क्षेत्र में निजी सहभागिता के लिए भी विशेष छूट के प्रावधान किए जा रहे हैं। इसके लिए शासन स्तर पर पार्किंग नीति की प्रक्रिया चल रही है। जो जल्द ही कैबिनेट में लाई जाएगी।