द्रौपदी का डांडा-2 एवलांच के चलते क्रेवास में बर्फ में दबे पर्वतारोहियों को निकालने के लिए जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन..मृतक संख्या पहुँची 16…

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एवलांच के चलते क्रेवास में बर्फ में दबे पर्वतारोहियों को निकालने के लिए जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन…

हिमस्खलन में फंसे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान “निम” के 13 ट्रेनीज अभी भी बर्फ में दबे हैं।अब तक जानी-मानी पर्वतारोही सवित कंसवाल, नवमी रावत समेत 16 के मौत की बेहद दुखद खबर आ चुकी है।12 पर्वतारोहियों को जीवित रेस्क्यू किया जा चुका है।और 13 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। हालात बेहद मुश्किल हैं।ट्रेनीज के परिजन लगातार उत्तरकाशी का रुख कर रहे हैं। द्रौपदी का डांडा से आने वाली हर खबर पर सांसें रोककर परिजन अपनों का इंतजार कर रहे हैं।

पूर्व में भी हुए हैं चमत्कार..35 फीट बर्फ में दबे लांस नायक हनुमनथप्पा छह दिन बाद निकले थे जीवित…

कुदरत के ऐसे कहर में पूर्व में भी बड़े चमत्कार होते रहे हैं। 2016 में 35 फीट बर्फ में दबे लांस नायक हनुमनथप्पा छह दिन बाद जीवित निकल आए थे। हालांकि बाद में वह जिंदगी की जंग हार गए थे।आखिर द्रौपदी के डांडा में चल क्या रहा है? बर्फ में गहरे दबे 13 प्रशिक्षु किस हाल में होंगे? उनके जीवित बचने की कितनी उम्मीद है..?पूरे देश की नजरें इस रेस्क्यू ऑपरेशन पर लगी हैं।उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा में एडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना की गढ़वाल स्काउट्स और खुद NIM ऑपरेशन में लगे हैं।ऐसा लगता है कि कुछ ट्रेनीज बर्फ की गहरी दरार,क्रेवास में गिर गए हैं।माना जा रहा है कि अगर वो ज्यादा गहराई में नही गिरे होंगे तो उन्हें ऑक्सीजन मिल रही होगी।हालांकि 60 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद उन्हें हाइपोथर्मिया का खतरा भी बढ़ जाता है।

नेहरू पर्वतारोहण संस्थान “निम” के शाम के बुलेटिन के अनुसार कल सुबह फिर शुरू होगा रेस्क्यू अभियान…

नेहरू पर्वतारोहण संस्थान “निम” के शाम के बुलेटिन में बताया गया कि ट्रेनीज को हरसंभव तेजी से ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है।आज खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर ऑपरेशन रोक देना पड़ा। कल 07 अक्टूबर को रेस्क्यू ऑपरेशन पुनः शुरू किया जाएगा क्योंकि क्षेत्र में बर्फबारी भी हो रही है।जिससे ऑपरेशन चलाना बहुत मुश्किल हो रहा है।मौसम की स्थितियों के अनुसार ही सुबह फिर से हेलीकॉप्टर से तलाश अभियान चलाया जाएगा।