भवाली – भवाली व्यापार मण्ड़ल ने सफाई अभियान के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न का आरोप लगाया है। व्यापार मण्डल अध्यक्ष नरेश पाण्डे ने कहा कि सफाई अभियान के लिये व्यापारियों को सहयोग के लिये बुलाया और उसके बाद 12 दुकानदारों का चालान काट दिया गया जिससे व्यापारी नाराज हैं। व्यापारियों ने कहा कि 60 सालों से उनकी दुकानें हैं और आज पालिका में बैठे जनप्रतिनिधि और अधिकारी जिला प्रशासन के साथ मिलकर उनके काम काज को ठप करने के लिये उन पर जुर्माना लगा रहे हैं। व्यापारियों ने सवाल उठाए हैं कि पालिका ने अभी तक व्यापारियों को ये तो नहीं बताया है कि कौन सा प्लास्टिक बैन है और कौन सा नहीं लेकिन व्यापारियों को गुनहगार बताते हुए उनका उत्पीड़न किया जा रहा है जब्कि थैलियों पर साफ लिखा है कि ये प्लास्टिक रहित थैली है और ये हल्द्वानी में भी खुलेआम बिक रही है।
भवाली व्यापार मण्डल अध्यक्ष नरेश पाण्डे ने कहा कि पालिका ने पिछले 4-5 सालों में कुछ नहीं किया ना ही पालिका ने दुकानदारों के पानी के लिये कोई नाली बनाई ना ही इस पानी की निकासी के लिये अलग से कोई पाइपलाइन निकाली ताकि ये नाले में ना जाए अब पानी दुकानों से शिप्रा में जा रहा है तो पालिका अधिकारियों का खौफ दिखाकर गरीब और सीधे साधे व्यापारियों को परेशान करने में जुटी है। नरेश पाण्डे ने कहा की पालिका बताए कि कहां रेस्टोरेंट और चाय दुकानदार पानी डालेंगे..कुछ एक दिन सफाई होती है और उसके बाद सिर्फ उत्पीड़न होता है। कपड़े की थैलियों में भी व्यापारियों के चालान काट रहे हैं इससे पहले व्यापारियों के साथ बैठक की जानी चाहिये थी व्यापारियों ने आगाह किया है कि अगर उत्पीड़न नहीं रुका तो आन्दोलन को उर्ग किया जायेगा।
आपको बतादें कि बीते रोज जिला प्रशासन और पालिका ने शिप्रा नदी में सफाई अभियान चलाया था कुछ घंटों के इस अभियान के दौरान खासा अनिमित्ताएं भी सामने आई थी बच्चों को बिना गम-बूट के कांच वाले नाले में जूते उतारकर भेज दिया गया। सफाई महाअभियान के दौरान भवाली में व्यापारियों के साथ स्कूल के बच्चे वन विभाग पालिका जिला प्रशासन के साथ समाजित संगठन से जुडे लोग भी शामिल हुए हांलाकि इस दौरान व्यापारियों के पालिका ने चालान काट दिये जिसका विरोध हो रहा है।