तेज बारिश में नाले के पास रात में शो रहे थे मजदूर..कोटलिया बना देवदूत बचाई जान और लाकर यहां दी शरण…कौन था ठेकेदार क्या होगी कार्रवाई चर्चा तेज..

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नैनीताल – नैनीताल जिले में पिछले कई घंटों से लगातार तेज बारिश के दौरान नदी नाले उफान पर हैं तो खतरा लोगों के लिये बना हुआ है..हांलाकि एक एसी तस्वीर नैनीताल के ज्योलिकोट से सामने आई जिसमें ठेकेदार ने अपने मजदूरों को बलियानाले के किनारे मरने के लिये छोड़ दिया..तेज बारिश में ये मजदूर तिरपाल के निचे अपनी जान पानी से बचाने में लगे थे लेकिन नैनीताल झील का पानी छोड़े जाने से खतरा और ज्यादा बन गया था..
लेकिन इसी बीच ज्योलिकोट के सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र कोटलिया को तेज नाले के बहाव के पास होने की सूचना मिली जिसके बाद वो वहां पहुंचे तो हालात बड़े खराब थे कुछ मजदूर यहां पर तिरपाल के निचे अपने को पानी से बचा रहे थे तो नाले से भी खतरा इन लोगों के लिये बना हुआ था..जिसके बाद राजेन्द्र कोटलिया और सुमित जोशी ने मानवता का काम किया इन सभी मजदूरों के साथ होने वाली अनहोनी से बचाया..साथ ही पास के ही मंदिर में इन मजदूरों को रात में सरण दी जिसके बाद इन लोगों की जांन को बचाया जा सके।


जानकारी के अनुसार ज्योलिकोट सरियाताल मोटर मार्ग में प्रस्तावित पुल के लिए मिट्टी परीक्षण का कार्य चल रहा है जिसके लिए मशीनें नाले के पास खड़ी कर समीप पालीथीन की झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। कि देर शाम पुलिस ने खतरे को को देखते हुए परदेशी मजदूरों को उक्त स्थल से हटा दिया गया। भारी बारिश के बीच अनजान जगह में बेबस उक्त मजदूर पालीथीन ओढ़ कर नाले से कुछ दूरी पर पेड़ के नीचे लेटे थे कि इसकी जानकारी देर रात साढे नौ बजे सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र कोटलिया और सुमित जोशी को हुई तो अपने निजी वाहन से उक्त मजदूरों को गांजा स्थित देवी मंदिर परिसर में प्रवास और भोजन कराया पता चला कि भारी बारिश के कारण उक्त मजदूरों ने भोजन भी नही किया था ।