किसान नेता राकेश टिकैत का वार….सीमा से जुड़े किसानों के लिए आरक्षण और पेंसन की उठायी मांग…पहाड़ी किसान का पलायन रोकने के लिए ये हो व्यवस्था…लग रहा है तानाशाहों ने कर दिया है कब्जा- टिकैत…..

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नैनीताल – किसान आन्दोलन के बाद किसान नेता राकेश टिकैट ने फिर सरकारों को ललकारा है। नैनीताल की ठंडी आबोहवा में घूमने पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैट ने अन्तराष्ट्रीय सीमा से लगे राज्यों और गांवों के किसानों को आरक्षण की मांग उठाई है साथ ही टिकैट ने इन सभी किसानों को पेंसन का लाभ देने की मांग सरकारों से की है। नैनीताल पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैट ने कहा कि केंद्र सरकार ने 22 जनवरी 2021 को आंखरी वक्त बातचीत किया तब से किसानों को छोड़ दिया है जिससे लग रहा है कि देश पर तानाशाहों ने कब्जा कर लिया हो। वहीं पहाड़ के किसानों को लिये राकेश टिकैट ने कहा कि पहाड़ में किसान खेती छोड़कर पलायन कर रहा है जिसका सबसे बड़ा कारण किसानों को फसलों का उचित दाम नहीं मिलना और सिचाई के साधन नहीं होना है. किसान नेता ने कहा कि पहाड़ में खेती के लिए रिचार्च सेंटर स्थापित हों और इस सेंटरों का फंड सरकार नॉय काटे साथ ही कृषि सेंटर भी स्थापित किये जायें।
वहीं टिकैट ने कहा कि पहाड़ के किसान को टूरिज्म के साथ भी जोड़ा जाना चाहिये ताकि पलायन रोका जा सके। पत्रकारों से बताचीत में राकेश टिकैट ने कहा कि पहाड़ के किसानों को यातायात की सुविधा के साथ सब्सिडी सरकार दें और उनको सरकारी योजनाओं से भी जोड़ें फसलों का उचित मुल्य भी दिलाएं..
इसके साथ ही केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए टिकैत ने कहा कि मोदी सरकार का डिजिटल इंडिया का सपना है लेकिन किसानों को डिजिटल नहीं किया गया है.टिकैट ने कहा कि गन्ना किसानों के बकाया के लिये भी चीनी मिलों और किसानों को आँन लाइन भुगतान करें ताकि देश भर के गन्ना किसानों को समय पर फसल का भुगतान हो सके। इसके साथ ही राकेश टिकैट ने कहा की एमएसपी अब भी किसानों के लिये बड़ा सवाल है और भारत सरकार स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करे.किसान नेता ने कहा कि सरकार विदेशी कंपनियों को रिसर्च का काम दे रही है और अपने शोध संस्थानों का पैंसा काटा जा रहा है..टिकैट ने सरकार को आगाह किया है अगर किसानों की मांगों पर गौर नहीं करती है सरकार तो फिर आन्दोलन छेड़ा जायेगा जिसके लिये देश भर के किसानों से सम्पर्क किया जा रहा है।