नैनीताल। नैनीताल क्षेत्र में बीते कुछ सालों से तेंदुओं की संख्या बढ़ रही है। नैनीताल के आस पास क्षेत्र में लोगों ने कई जगह तेंदुए व उनके शावक देखने की पुष्टि की है। कई बार सड़क में घरों के आस पास टहलते तेंदुओं को लोगों ने अपने मोबाइल व कैमरों में भी कैद किया है। इधर बीते दो तीन दिनों में भी नगर के कई क्षेत्रों में तेंदुए दिखाई दिए हैं। बुधवार रात को भी चिड़ियाघर के समीप तेंदुए ने गाय को मार कर खाया है। जिसकी वजह से लोगों में दहशत का माहौल है।
बतादें कि बीते दो सालों से अब तक नैनीताल, भुजियाघाट, ज्योलीकोट, चोपड़ा, भवाली रोड, ताकुला, कालाढूंगी रोड में लोग तेंदुओं की आवाजाही देख चुके हैं। और कई वीडियो भी वाइरल हुए हैं। इसके अलावा क्षेत्र के आसपास गुलदारों द्वारा कई पालतू पशुओं पर हमला करने की घटनाएं भी सामने आई हैं। साथ ही कुछ लोग घायल व बेलुवाखान व चोपड़ा में दो बच्चियों की मौत भी हुई है। यही नहीं क्षेत्र के फोटोग्राफरों ने नगर के पास ही तेंदुओं को आराम फरमाते अपने कैमरे में कैद भी किया है। इधर बुधवार की रात को चिड़ियाघर के समीप घरों के समीप ही तेंदुए ने गाय को मारकर खाया हुआ है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि क्षेत्र में कई बार तेंदुओं को देखा गया है। बताया कि क्षेत्र में गाय का आधा शव मिला है और रास्तों में खून बिखरा हुआ है। जिसके चलते क्षेत्रवासियों में दहशत का माहौल बना हुआ है। इसके साथ ही सूखाताल तल्लीताल अयरपाटा राजभवन रोड पर भी लैपर्ड की धमक दिखी है।
डीएफओ चन्द्रशेखर जोशी ने बताया कि नैनीताल व आसपास के क्षेत्र में बीते लंबे समय से तेंदुए देखे जा रहे हैं। सूचना के बाद कोशिश रहती है कि जानवर को जंगल की ओर भगाया जा सके। यदि अप्रिय घटना की आशंका होती है तो क्षेत्र में पिंजड़ा लगाने की व्यवस्था भी बनाई जा रही है। बताया कि नगर पालिका क्षेत्र के बायलॉज के तहत शहर में पशु पालने की अनुमति नहीं है इसलिए यहां पशु की मौत होने पर मुआवजा नहीं दे पाते। फिलहाल क्षेत्र में गश्त कराकर स्थिति का आंकलन किया जाएगा।
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