उत्तराखंड अल्मोड़ा – अंकिता हत्याकांड़ से आहत देवभूमि एकबार फिर शर्मसार हुई है। अब नाबालिक से यौन उत्पीडन का मामला सामने आने से फिर सवालों में कानून व्यवस्था है। मामला अल्मोडा जिले का है जहां एक युवती ने दिल्ली सरकार में एडीएम रेंक के अधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है जिसके बाद पूरा मामला सामने आने के बाद अल्मोडा़ के प्रभारी डीएम के निर्देश पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया है लेकिन इन सब के बाद एक बार फिर इस इलाके के पटवारी की भूमिका पर भी सवाल हैं। दरअसल दिल्ली की एक नाबालिक ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार के अधिकारी एवी प्रेमनाथ ने उसके साथ रेप का प्रयास किया है। आरोप है कि इस अधिकारी के रसूक के चलते कई बार मामले को दबा दिया गया है।
दिल्ली से अल्मोड़ा तक जुड़े हैं तार
दरअसल कहानी शुरु होती है दिल्ली के जामनगर से जहां इसकी माँ पीआँन पर पर तैनात थी जो कुछ समय के लिये नौकरी थी लेकिन जब ये अधिकारी दिल्ली सफाई आयोग में गया तो इस महिला की भी इसने दिसंबर 2019 को नौकरी लगा दी और अपने आँफिस में अटैच कर दिया। इस अधिकारी की पत्नी के नाम पर रानीखेत के टांड़ा कांड़ा मछखाली में एनजीओ प्लीजेंट वैली फाउंडेशन है जहां इस अधिकारी ने स्कूल और ऐशगाह के नाम पर सरकारी जमीन को भी कब्जा लिया है। कोरोना के दौरान ये व्यक्ति इन माँ बेटी को पास बनाकर यहां लेकर आया यहां लड़की से दुष्कर्म का प्रयास किया। आरोप है कि इसके बाद इस अधिकारी ने एक झूठे मामले में इसकी माँ को जेल भेज दिया और उसके बाद माँ को जेल से छुड़वाने के नाम पर लगातार दबाड़ ड़ालता रहा। कहा कि अगर अपनी माँ को जेल से बाहर निकालना है तो जैसे वो कहता है करती रहो। 23 फरवरी 2021 को इस अधिकारी एवी प्रेमनाथ ने गाड़ी भेजकर बुलाया और फिर नापाक हरकतें की। इसके बाद माँ की जमानत के बहाने ये फिर रानीखेत लेकर आया और आँफिस में छेड़छाड़ रेप की कोशिश की और कैमरों को बंद करवा दिया। मामला तब खुला जब इसकी माँ जेल से बाहर आई और ये अधिकारी इसकी माँ के ना होने पर इसे 2 मई 2022 धमकाने पहुंच गया कि कोई भी धटना की जानकारी किसी को मत देना। जब अधिकारी का रसूक भारी पड़ा तो ये माँ बेटी इसी साल 17 जून को इस मामले की शिकायत दर्ज करने पहुंची तो उनको पता चला कि यहां कोई थाना नहीं है और यहां पटवारी ही सारा काम देखता है। युवती की माँ ने पटवारी को शिकायत दर्ज की तो कोई कार्रवाई नहीं हुई किसी ने बताया कि स्थानीय पटवारी भी आरोपी से मिला हुआ है।
इसके बाद दिल्ली लौटने के बाद इस अधिकारी ने गंदे मैसेज भेजे लेकिन दिल्ली पुलिस ने भी इनको कार्रवाई के नाम पर एफआईआर ले ली लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई अब इस मामले में माँ बेटी ने दिल्ली से आकर अल्मोड़ा डीएम से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है तो पूरे मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।